चार अक्टूबर से उत्तराखंड में कार्य बहिष्कर करेंगे डॉक्टर, मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा आंदोलन।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि देहरादून

देहरादून/ चार अक्तूबर से उत्तराखंड में कार्य बहिष्कार करेंगे डॉक्टर मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा आंदोलन
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर सरकारी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों ने मांगों के समर्थन में काली पट्टी बांध कर काम किया।

यह भी पढ़ें 👉 उत्तराखंड में 23 सितंबर तक एसा रहेगा मौसम अक्टूबर के पहले सप्ताह में होगी मानसून की विदाई।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ (पीएमएचएस) ने लंबित मांगों को लेकर चार अक्तूबर से कार्य बहिष्कर करने का एलान किया है। बुधवार से उत्तराखंड के डॉक्टरों ने काली पट्टी बांध कर सांकेतिक विरोध शुरू कर दिया है। संघ ने चेतावनी दी कि चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाया जाएगा। मांगों का समाधान न होने तक आंदोलन वापस नहीं लिया जाएगा।
प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ के आह्वान पर सरकारी
अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों ने मांगों के समर्थन में काली
पट्टी बांध कर काम किया। डॉक्टरों के आंदोलन को देखते
हुए शासन ने संघ के पदाधिकारियों को वार्ता के लिए
बुलाया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज शर्मा की अगुवाई
में प्रतिनिधिमंडल ने अपर सचिव स्वास्थ्य अनुराधा पाल के
साथ बैठक कर मांगों पर चर्चा की।

यह भी पढ़ें 👉 वन निगम के कर्मकारों ने वेतन नहीं मिलने पर किया प्रदर्शन।

संघ को अगले सप्ताह सचिवालय में लंबित मांगों पर बैठक करने का आश्वासन देने पर 23 सितंबर से प्रस्तावित हड़ताल को स्थगित करने का निर्णय लिया। वहीं संघ ने शासन स्तर पर मांगों का समाधान होने पर चार अक्तूबर से प्रदेश भर में कार्य बहिष्कार का एलान किया। तब तक डॉक्टरों का सांकेतिक विरोध जारी रहेगा।

यह भी पढ़ें 👉 यहां लापता वाहन की तलाश में SDRF।

संघ की मांग है कि जल्द ही डीपीसी और एसडीएसीपी के आदेश जारी किए जाएं। इसके अलावा पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों को राजकीय मेडिकल कॉलेजों की तर्ज पर 50 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि दी जाए। अल्मोड़ा, नैनीताल व टिहरी जिला मुख्यालय व मसूरी को पूर्व की भांति दुर्गम में चिन्हित किया जाए। पीजी करने वाले डॉक्टरों को पूरा वेतन देने और दंत चिकित्सकों का समायोजन किया जाए। इस अवसर पर उपाध्यक्ष डॉ. तुहिन कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह, देहरादून जिला अध्यक्ष डॉ. बिमलेश जोशी आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *