चमोली/ जिले के नगर पंचायत पोखरी मैं बोर्ड बैठक शुरू हुई तो पार्षदों ने अध्यक्ष को जमकर खरी-खोटी सुनाई और साथ ही उन्होंने कई आरोप अध्यक्ष पन्त के ऊपर मढ दिए पार्षद हनुमंत कंडारी, सतेंद्र कंडारी, सोहनलाल ने कहा कि अध्यक्ष विकास कार्य में ध्यान ना दे कर अपनी मनमानी चला रहे हैं जोकि सरासर गलत है कई ऐसे कार्य हैं जो नियम विरुद्ध हैं ऐसे में जब उनसे सवाल पूछा जाता है तो वे हमें जवाब देने लायक नहीं समझते हैं।
हमारे प्रस्तावो पर कभी भी कोई कार्य नही किया जाता है। ऐसे में बोर्ड बैठक का बहिष्कार करना लाजमी है वही अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने कहा पार्षदों के द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। जबकि पार्षद नगर पंचायत में मेरे कार्यों से बौखला गए हैं ऐसे में उनका मकसद सिर्फ मेरा विरोध करना है यही उनका एक एजेंडा है जनता हर चीज से वाकिफ है।
अपने क्षेत्र के विकास के लिए कभी मुझसे बोला नही गया इन्हें जनता के सुख दुख से कोई लेना-देना नही है। वही जिन प्रस्तावों पर नगर पंचायत में मंजूरी मिलनी थी वह पार्षदों के बहिष्कार के चलते सही ढंग से नहीं हो पाई ऐसे में अब यह देखना होगा आखिर नगर पंचायत में विवादों का सिलसिला कब थमता है कुछ महीने ही अब चुनाव के शेष बचे हैं।
ऐसे में सब कुछ ठीक-ठाक ना होना आने वाले वक्त में अध्यक्ष पन्त को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि देवस्थान वार्ड से पार्षद रीना सती भी लंबे समय से अध्यक्ष पन्त से खासा नाराज हैं जिसके चलते वह बोर्ड बैठक में भी शामिल नहीं हुए जो दर्शाता है कि पोखरी नगर पंचायत में सियासत जारी है।