अल्मोड़ा/ वन विभाग की संयुक्त टीम ने बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देते हुए तारबाड़ में फंसे गुलदार का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर लिया। प्राथमिक उपचार के बाद गुलदार को फिलहाल ऑब्जरवेशन में रखा गया है। जल्द ही उसे उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया जायेगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक अल्मोड़ा व सोमेश्वर के सीमावर्ती ककराल क्षेत्र में एक गुलदार नदी किनारे लगी तारबाड़ में रात के वक्त फंस गया। उसके गुर्राने की आवाज सुनकर स्थानीय लोग सकते में आ गये और वन विभाग को सूचित किया गया।
खंबे सहित तोड़ दी तारबाड़ रात भर रहा गुर्राता
रात का वक्त होने के कारण विभाग द्वारा सुबह का इंतजार किया गया। सुबह तक गुलदार तारबाड़ को खंबे सहित तोड़ चुका था जो कि उसके पांव में ही फंसा रह गया था।
एसे में उसका रेस्क्यू बहुत जरूरी होने के साथ ही कठिन भी था।
वन विभाग ने किया संयुक्त टीम का हुआ गठन
ऐसे में वन विभाग की सोमेश्वर व अल्मोड़ा की संयुक्त टीम का गठन किया गया। वन क्षेत्राधिकारी अल्मोड़ा मोहन राम आर्य व वन क्षेत्राधिकारी सोमेश्वर मनोज लोहनी सहित संपूर्ण स्टॉफ मौके पर पहुंच गया। वन दरोगा भुवन लाल टम्टा ने गुलदार की पोजिशन देख उसे ट्रेंकुलाइज किया। सुबह लगभग 11 से 11.30 बजे के बीच यह अभियान पूरा हुआ और गुलदार का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर अल्मोड़ा लाया गया।
जहां रेस्क्यू सेंटर में गुलदार का प्राथमिक उपचार किया गया। बताया जा रहा है कि गुलदार का एक कैनाइन दांत टूटा हुआ है। वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्य ने बताया कि गुलदार की उम्र लगभग 6 से 7 साल के बीच है जो कि मादा है। अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। जल्द ही उसे उसके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित छोड़ दिया जायेगा।