उत्तराखंड के रुद्रपुर स्थिति नेस्ले की फैक्ट्री को सरकार क्यों नहीं करती बंद नेस्ले बच्चों की जिंदगी से कर रहा है खिलवाड़।

न्यूज़ 13 ब्यूरो न्यू

न्यूज़ 13 उत्तर-प्रदेश उत्तराखंड/ भारत में नेस्ले के दो सबसे ज्यादा बिकने वाले बेबी-फूड ब्रांडों में बड़ी मात्रा में एडेड शुगर या कहें अतिरिक्त चीनी मिली होने का खुलासा हुआ है। स्विट्जरलैंड की कंपनियों पर निगरानी रखने वाली वेबसाइट पब्लिक आई की जांच से खुलासा हुआ है कि नेस्ले जब इन बेबी-फूड प्रोडक्ट्स को ब्रिटेन जर्मनी जैसे विकसित राष्ट्रों में बेचता है तो उसमें चीनी नहीं होती है।

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नेस्ले भारत के साथ-साथ अन्य एशियाई देशों और अफ्रीका समेत अन्य गणराज्यों में बेचे जाने वाले बच्चों के प्रोडक्ट में चीनी मिला रही है। वहीं यूरोप और ब्रिटेन में बेचे जाने वाले सामान में चीनी का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब स्विस जांच संगठन पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क एशिया अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में बेचे जाने वाले सामान का सैंपल लिया और उसकी जांच की।

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इस सैंपल को जांच के लिए बेल्जियम की प्रयोगशाला में भेजा गया था। इस बीच एक साल और उससे कम उम्र के बच्चों को खाने के सामान और सेरेलैक में सुक्रोज या शहद के रूप में चीनी मिली है।

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पब्लिक आई की रिपोर्ट में बताया गया है कि नेस्ले कई देशों में बच्चों के दूध और सेरेलैक प्रोडक्ट्स में चीनी और शहद का इस्तेमाल करता है। ऐसा करना मोटापे और पुरानी बीमारियों को रोकने के मकसद से बनाए गए अंतरराष्ट्रीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। नेस्ले की तरफ से नियमों का उल्लंघन के मामले एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के देशों में देखने को मिले हैं। कंपनी की तरफ से कहा गया है कि वह भारत में सभी नियमों का पालन कर रही है।

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