राज्य के शहरों के साथ ही कस्बों में स्ट्रीट लाइट का संचालन करने वाले निकाय व अन्य संस्थाएं लंबे वक्त से बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रही हैं। जिसके चलते पूरे राज्य में स्ट्रीट लाइटों का 94 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है। इसमें सबसे ज्यादा हरिद्वार जिले में 35 करोड़ और ऊधमसिंह नगर में 23 करोड़ रुपये से अधिक बकाया है।
देहरादून में स्ट्रीट लाइट का नौ करोड़ रुपये से अधिक बिजली बिल बकाया है। ऊर्जा निगम ने सभी संबंधित संस्थाओं को आखरी रिमाइंडर भेजा है जिसके बाद कनेक्शन काट दिए जाएंगे और और उतराखंड की सड़कों पर अंधेरा पसर जाएगा।
बकाया बिल की वसूली
ऊर्जा निगम की ओर से घरेलू और कमर्शियल उपभोक्ताओं से लगभग दो महीने से बकाया बिल की वसूली की जा रही है। साथ ही बड़े बकायेदारों के कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं। मार्च के शुरुआत से ही यह अभियान तेज कर दिया गया था। जबकि सरकारी महकमों को भी बकाया भुगतान के नोटिस लगातार भेजे जा रहे हैं।
इसी क्रम में ऊर्जा निगम के अलग-अलग सर्किल के तहत आने वाले शहरों व कस्बों में स्ट्रीट लाइट का बिजली बिल भी लंबे वक्त से
जमा नहीं हुआ है। जिस पर निगम लगातार रिमाइंडर भेज तो रहा है
परन्तु संबंधित संस्थाएं दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।
बीते दिनों देहरादून नार्थ जोन के तहत आने वाले मसूरी में भी बकाया जमा न कराने पर स्ट्रीट लाइट का कनेक्शन काट दिया गया।
अब मार्च महीने के दो दिन शेष हैं और यदि भुगतान नहीं किया गया तो ऊर्जा निगम कई शहरों में स्ट्रीट लाइट के कनेक्शन काट सकता है। ऊर्जा निगम के निदेशक परिचालन एमआर आर्या ने बताया कि सभी संबंधित निकायों व संस्थाओं से 31 मार्च से पहले बिल का भुगतान करने की अपील की गई है।
देहरादून के अलग-अलग क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट का बकाया