चंपावत/ राज्य की पहली वाइन फैक्टरी चंपावत जिले में लगने जा रही है। निजी क्षेत्र में लगने वाली इस फैक्टरी के लिए आबकारी विभाग के अनुमोदन के बाद जिला प्रशासन की ओर से हरी झंडी मिल गई है। साथ ही पत्रावली आबकारी आयुक्त को भेजी गई है।फलों से निर्मित होने वाली वाइन में 11 से 13 प्रतिशत अल्कोहल होता है। इस फैक्टरी के संचालन से पर्वतीय क्षेत्रों के फलों की खेती को बढ़ावा मिलने के साथ किसानों को भी अच्छे दाम मिलेंगे।
सिटरस, नाशपाती, अंगूर सहित कई फलों की चंपावत जिले में बहुतायत पैदावार होती है।नींबू, सेब, कागजी नींबू, गलगल, माल्टा, संतरा और अंगूर का 3315 हेक्टेयर क्षेत्र में 5157 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है।
इसको देखते हुए वर्ष 2015 में चंपावत से 45 किमी दूर एनएच के किनारे सिन्याड़ी गांव में निजी क्षेत्र की बीयर फैक्टरी खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था।
भवन और उपकरण लगाने के बाद शासन स्तर से गठित तकनीकी टीम ने मुआयना भी किया था परन्तु बीयर उत्पादन की 2500 केएल की न्यूनतम क्षमता की शर्त पूरी नहीं होने से इसे हरी झंडी नहीं मिल पाई। अब निजी उद्यमी गोल्डन फन फूड्स बेवरेज प्रा लिमिटेड को बीयर के बजाय वाइन फैक्टरी के आवेदन की पत्रावली डीएम नवनीत पांडे ने आबकारी आयुक्त को भेजी है।फैक्टरी के लिए आधारभूत ढांचा, कच्चा माल और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हैं। शासन से उत्पादन लाइसेंस मिलने के बाद वाइन का उत्पादन शुरू हो जाएगा।