रिखणीखाल/उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के द्वारा बार-बार सड़क को गड्ढा मुक्त करने का फरमान जारी होता रहता है। और साथ में लोनिवि विभाग को मोटी रकम भी दी जाती। कुछ दिन पहले भी सरकार के मुखिया का आदेश प्रसारित हुआ कि अधिकारी 30/11/2023 तक राज्य की सड़कों को गड्ढा मुक्त करें ऐसा न करने पर निलम्बन की कार्रवाई अम्ल में लायी जायेगी। परन्तु इस फरमान का कहीं भी कोई असर व प्रभाव देखने को नहीं मिला। लगता है कि ये आदेश सिर्फ वाह-वाही व अधिकारियों को डराने के लिए जारी किया था।
वैसे तो अनगिनत मामले हैं लेकिन यह सड़क जनपद पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल क्षेत्र के अन्तर्गत दियोड पुल से गाडियू पुल के बीच का है। इस सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे पड़े हैं और कीचड़ भरा हुआ है। इस सड़क पर सम्बन्धित लोक निर्माण विभाग की नजर अभी तक नहीं पड़ी। इस मार्ग पर सर्दियों में धूप के दर्शन भी नहीं होते। ये इस क्षेत्र की मुख्य सड़क है पूरा आवागमन इसी सड़क से होता है। कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी के कल पुर्जे टूटने के कारण होते हैं। लोग भी खूब चोटिल होते हैं।
परन्तु यहां कोई सुधलेवा नही है । आम जनता चुप रहने में ही भलाई समझती है। लोग दबाव में रहते हैं बुरा कोई नहीं बनना चाहता।यह सड़क प्रान्तीय खंड लोक निर्माण विभाग लैंसडौन दुगड्डा के अधीन है।अब सवाल खड़ा होना भी लाजमी है कि जब सरकार के मुखिया के आदेशों का ही अनुपालन नहीं हो रहा है तो छोटे मोटे जनप्रतिनिधियों व आम जनता की कोन सुनेगा।