कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास हुए पंचतत्वों में विलीन, मुख्यमंत्री, कई कैबिनेट मंत्रियों के साथ, भारी जनसैलाब उमड़ा अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई देने।

न्यूज़ 13 प्रतिनिधि कमल सिंह कोरंगा बागेश्वर

बागेश्वर/ कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन से समूचे राज्य में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। उनका अंतिम संस्कार बागेश्वर मे किया गया। कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को अंतिम विदाई देने के लिए बागेश्वर में लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।

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उन्हें श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री धामी और भगत सिंह कोश्यारी समेत तमाम नेता बागेश्वर पहुंचे।

चंदन रामदास अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ा जनसैलाब

कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को अंतिम विदाई देने के लिए बागेश्वर में जनसैलाब उमड़ पड़ा। पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी समेत तमाम नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे चंदन राम दास के निधन पर प्रदेश में तीन दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया गया है।

मुख्यमंत्री धामी भी पहुंचे बागेश्वर

कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास को अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बागेश्वर पहुंचे।

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कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास अपने सरल और सौम्य स्वभाव के लिए जाने जाते थे। अपने मजाकिया अंदाज के लिए वो अपने कैबिनेट के सहयोगियों में काफी पसंद किए जाते थे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री धामी का उनसे खास
लगाव था।

लगातार चौथी बार बने थे विधायक

कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास ने अपना राजनीतिक सफर 1980 से शुरू किया था। 2006 में उन्होंने भगत सिंह कोश्यारी की प्रेरणा के बाद भरतीय जनता पार्टी ज्वॉइन की थी।

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जिसके बाद 2007 में पहला विधानसभा चुनाव जीतने के बाद वो साल 2012, 2017 और 2022 में भी विधायक बने।जानकारों का मानना है कि वो अपनी सियासी पकड़ और कुशल चुनाव प्रबंधन और सीधे और सादगी भरे व्यक्तित्व के कारण ही चार बार चुनाव जीते थे। इतना ही नहीं अपने इसी व्यक्तित्व के कारण वो कैबिनेट मंत्री भी बने थे।

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