उत्तराखंड/ नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या और उनके बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्या सहित तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है।
आरोप है कि बृहस्पतिवार सुबह नेता प्रतिपक्ष आर्या अपने बेटे के साथ पार्टी पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे थे। एफएसटी टीम राजीव कुमार ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या बृहस्पतिवार सुबह सात बजे कैमरामैन हरजेंद्र सिंह, कांस्टेबल भरत धानिक, होमगार्ड प्रीतम सिंह, चालक राजेंद्र सिंह के साथ आवंटित क्षेत्र हरिपुरा हरसान में चेकिंग कर भ्रमण कर रहे थे।
इस बीच नाम पता गोपनीय रखने की शर्त पर लोगों ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या उनके बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्या की ओर से गांव जबरान निवासी अनिल सैन के घर पर चुनावी सभा की जा रही है। इसी सूचना पर वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अनिल सैन के आंगन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या उनके बेटे पूर्व विधायक संजीव आर्या और 20/25 लोग बैठे थे। जबकि आर्या अपनी पार्टी के पक्ष में मतदान करने को कहे रहे थे।
टीम के पहुंचते ही सभी लोग शांत हो गए। टीम की ओर से वीडियोग्राफी की गई। परन्तु मौके से प्रचार प्रसार सामग्री, पोस्टर और बैनर घर पर लगे नहीं मिले। किसी भी व्यक्ति के पास कोई सामग्री नहीं मिली। उन्होंने आचार संहिता के नियमों से अवगत कराया। जिस पर सभी लोग मौके से चले गए। एक स्थान पर लोगों का एकत्र होना आचार संहिता का उल्लंघन है।
सीओ अन्नराम आर्य ने बताया कि आचार संहिता के उल्लंघन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्या पूर्व विधायक संजीव आर्या, कांग्रेस के पूर्व ब्लाक अध्यक्ष अनिल सैन और एक अज्ञात के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बरहैनी पुलिस चौकी प्रभारी गोविंद सिंह मेहता को सौंपी गई है।