सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव से पूछा माफी के विज्ञापन का साइज़ क्या था?

न्यूज़ 13 ब्यूरो/ पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन से जुड़े अवमानना के मामले की आज यानी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है बाबा रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक आचार्य बालकृष्ण कोर्ट में मौजूद हैं जस्टिस हिमा कोहली और अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की बेंच सुनवाई कर रही है सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद पतंजलि आयुर्वेद ने माफी मांगी थी पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से सीधे बात की थी बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने कहा था कि आयुर्वेद के प्रति उत्साह के चलते विज्ञापन किए कानून की जानकारी नहीं थी।

यह भी पढ़ें 👉अब भाजपा में रायता फैलना हो गया शूर, नए पुराने भाजपाइयों में जबरदस्त भिड़ंत, टिहरी में किशोर उपाध्याय और दिनेश धनै में खींची तलवारें।

बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के वकील ने सार्वजनिक माफी प्रकाशित करने की बात कही थी सुप्रीम कोर्ट से माफी मांगने के बाद पतंजलि ने अखबार में माफीनामा प्रकाशित कर माफी मांगी है अखबार में सोमवार को माफीनामा का विज्ञापन दिया गया था इसपर आज की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आपने किस साइज में विज्ञापन दिया है जस्टिस कोहली ने कहा कि आपने कुछ नहीं किया वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि हमने एक माफीनामा प्रकाशित किया है।

यह भी पढ़ें 👉अनुकृति गुसाईं के बीजेपी में सामिल होने पर लैंसडाउन विधायक का छलका दर्द, इशारों-इशारों में पार्टी नेतृत्व को भी घेरा।

जस्टिस कोहली ने कहा कि एक सप्ताह बाद कल क्यों किया गया क्या माफी का आकार आपके सभी विज्ञापनों में समान है रोहतगी ने कहा कि इसकी कीमत दस लाख है।

कोर्ट ने एक हफ्ते का दिया था समय

इससे पहले 16 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई हुई थी तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि एक हफ्ते में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण अपनी गलती सुधारने को कदम उठाएं रामदेव ने कहा था कि मेरी मंशा कोर्ट का अनादर करने की नहीं थी।

यह भी पढ़ें 👉पिथौरागढ़, छिरकानी में खिसका ग्लेशियर, चीन सीमा पर तैनात जवानों व 13 गांवों का कटा देश से सम्पर्क।

रामदेव ने कहा कि हमने किसी की आलोचना नहीं की है इस जस्टिस कोहली ने कहा हम माफी के बारे में सोचेंगे अभी हमने माफी नहीं दी है आप इतने भी नादान नहीं है कि कुछ नहीं जानते।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *