पीलीभीत/ अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े कर सुर्खियों में रहे भाजपा के दिग्गज सांसद वरुण गांधी पीलीभीत से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे। भले ही भाजपा ने अब तक उनके नाम की घोषणा नहीं की है लेकिन उन्होंने नामांकन प्रक्रिया के पहले ही दिन चार सेट में पर्चे खरीदकर अपनी मंशा सार्वजनिक कर दी है। उनके निजी सचिव ने चार सेटों में नामांकन पत्र खरीदे हैं।
इससे यह भी संकेत साफ मिल रहे हैं कि भाजपा से टिकट न मिलने पर भी वे पीलीभीत लोकसभा सीट से ही चुनावी मैदान में उतरेंगे। उधर गठबंधन की ओर से सपा ने पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार को टिकट दिया है।
ऐसे में पीलीभीत की सियासी गतिविधियों पर राजनीतिक दलों की नजर टिकी है। पीलीभीत लोकसभा चुनाव 2009 और 2019 फतह कर चुके वरुण गांधी यहां से तीसरी बार भाग्य आजमाने की तैयारी में हैं। जबकि सियासी गलियारे में उनके टिकट को लेकर अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही हैं। परन्तु उन्होंने नामांकन पत्रों के चार सेट लेकर अपनी मंशा जाहिर कर दी है।
माना जा रहा है कि यदि भाजपा ने अपनी सूची में उन्हें नहीं शामिल किया तो वे निर्दलीय भी मैदान में उतर सकते हैं। इसके अलावा उनके चौंकाने वाले निर्णयों से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
पहले चरण की चुनावी प्रक्रिया में शामिल पीलीभीत में 27 मार्च तक नामांकन होंगे। बता दें कि पीलीभीत लोकसभा सीट पर पिछले डेढ़ दशक से वरुण गांधी और उनकी मां मेनका गांधी का कब्जा है। वर्ष 2009 और 2019 में वरुण तो वर्ष 2014 में उनकी मां मेनका गांधी ने इस गढ़ को अपनी जीत से मजबूत किया था।