हल्द्वानी/ घर से ड्यूटी जाने की बात बोलकर निकला वन निगम कर्मी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। 16 दिन से लापता कर्मी को तलाश कर हारे परिजनों ने गुमशुदगी भी दर्ज कराई परन्तु पुलिस भी पता नहीं लगा सकी। अब उसका शव डॉली रेंज के जंगल में सड़ी-गली अवस्था में बरामद हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
नारायण सिंह बिष्ट उम्र 50 वर्ष पुत्र स्व. अमर सिंह बिष्ट मूलरूप से सोमेश्वर अल्मोड़ा के रहने वाले थे और यहां मुखानी थानाक्षेत्र के अमरावती कालोनी फेज वन में रहते थे। नारायण सिंह बिष्ट उत्तराखंड वन विकास निगम में पूर्व हल्द्वानी में स्केलर पद पर कार्यरत थे।पुलिस के अनुसार 11 अक्टूबर को नारायण अल्मोड़ा स्थित अपने घर से हल्द्वानी आए परन्तु घर जाने के बजाय 11 व 12 अक्टूबर को हल्द्वानी के एक होटल में रुके। 13 अक्टूबर को लालकुआं डिपो में काम पर जाने की बात कहकर निकले।
परन्तु न तो ड्यूटी पर पहुंचे और न ही लौट कर घर आए परिजनों ने तलाश की और जब पता नहीं चला तो मुखानी थाने में गुमशुदगी कराई। रविवार को लालकुआं के डॉली रेंज में गश्त कर रहे वन कर्मियों जब सड़ी-गली लाश पड़ी दिखी तो पुलिस को सूचना दी। जिसकी शिनाख्त नारायण सिंह बिष्ट के रूप में हुई। मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि शव लगभग 15 दिन पुराना है। जिस पर कीड़े पड़ चुके थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का असल कारण सामने आएगा।