चंपावत/ जीआईसी सूखीढांग में विगत दिनों एससी भोजन माता प्रकरण को लेकर उपजे विवाद को शांत करने व मामले की जांच करने आई जांच टीम ने बच्चों के साथ संवाद किया। टीम ने बच्चों से जाति भेदभाव से दूर होकर अपने कार्यों से अपने को महान बनाए। इस छोटी सोच से दूर होकर अपने विचार व कार्यों से अपनी पहचान बनाएं और एक जुट होकर क्षेत्र के विकास में अपना योगदान दें। सीईओ आरसी पुरोहित ने कहा की आप लोग स्कूल में जाति भेदभाव के बारे मे नही बताया जाता है। यही सिखाया जाता है की हम सब एक है। यह देश विभिन्न संस्कृति का देश है तो यह सिख आप लोगों को कहां से मिली। इस जातिगत भेदभाव से दूर रहे। समाज में स्कूल में एक साथ रहकर कार्य करें। जैसे अभी तक एक साथ मिलकर रहते थे खाते पीते थे उसी तरह आगे भी रहे और अपने बेहतर भविष्य को बनाने पर ध्यान दें।
उन्होंने शिक्षकों से स्कूल में समरसता बनाए रखें। एपीडी विम्मी जोशी ने बच्चों को अपनी स्कूली जिंदगी के बारे में बताते हुए बच्चों को जातिगत भेदभाव से उठकर काम करने के लिए जागरूक किया। इस दौरान तहसीलदार पिंकी आर्य ने बच्चों को सती प्रथा के बारे में बताते हुए उन्हें अपने अभिभावकों को गलत बात व गलत कार्य को करने से रोकें। जिसके बारे में आप लोगों को स्कूल में सिखाया जाता है। आप लोग इस जातिगत राजनीति में न पड़ें। अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते हुए एक उच्च पद पर आसीन होकर समाज और क्षेत्र का नाम रोशन करें। इसके अलावा एएमए राजेश कुमार, प्रधानाचार्य प्रेम सिंह ने भी बच्चों को जागरूक किया। इस मौके पर बीईओ अंशुल बिष्ट, शिक्षक अभिभावक संघ अध्यक्ष नरेंद्र जोशी, शिक्षक चंद्र मोहन मिश्रा समेत कई मौजूद रहे।