रानीखेत/ पिछले एक हफ्ते से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता चल रहे सेना के अस्पताल कू कर्मचारी का शव आज रानी झील के निकटवर्ती पेंसिल पार्क से नीचे एक गधेरे में पड़ा हुआ मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। हालांकि मौत के कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पायेगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां सेना के अस्पताल में कार्यरत दिवान सिंह अधिकारी उम्र 43 वर्ष पुत्र गोविंद सिंह अधिकारी पिछले 29 अप्रैल को अपने एमएच के क्वार्टर से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया।
जब वह काफी देर तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। जिसके बाद परिजनों ने उसकी काफी खोजबीन की। जब कुछ नहीं पता लग पाया तो परिजनों ने तक हार के कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करा दी। जिसके बाद से लगातार उसकी खोजबीन की जा रही थी।
इधर आज शनिवार को मृतक की सास कुछ महिलाओं के साथ रोज की तरह खोजबीन में इधर-उधर घूम रही थी। इस बीच रानी झील के नजदीक पेंसिल पार्क से नीचे पानी के गधेरे में उन्हें लापता गोविंद का शव मिला। आनन- फानन में पुलिस व एमएच को सूचित किया गया।
जिसके बाद कुछ सेना व पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। घटनास्थल पर कोतवाल नासिर हुसैन, सीओ टीआर वर्मा, कांस्टेबल जितेंद्र आदि ने जांच की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के मुताबिक मौत के कारणों की जांच की जा रही है। मौत के कारणों का स्पष्ट पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चल पायेगा।
मृतक दिमागी तौर पर था अस्वस्थ
मृतक दीवान सिंह अधिकारी के परिजनों के अनुसार वह बीते कुछ दिनों से वह दिमागी तौर पर विचलित सा हो गया था। जिसे वे गांव की पूजा-पाठ आदि से जोड़ रहे हैं। परिजनों का कहना है कि दीवान सिंह किसी किस्म का नशा आदि नहीं करता था।
वह मूल रूप से ग्राम क्वैरला, पोस्ट आफिस गोविंदपुर, ब्लॉक हवालबाग, तहसील अल्मोड़ा, विधानसभ सोमेश्वर का निवासी था। वर्तमान में अपनी पत्नी व दो नाबालिग बच्चों के साथ रानीखेत एमएच के स्टॉफ क्वार्टर में रहता था। पिछले कुछ दिनों से उसकी खोजबीन की जा रही थी। यहां तक कि परिजनों ने चौबटिया तक के जंगल को छान मारा था। आज शनिवार सुबह शव पानी के गधेरे के समीप मिला।