हरिद्वार/ जिले में इन दिनों अजब-गजब मामलों की सरगर्मियां हैं। कंपकंपाती ठंड में खासतौर पर पुलिस की ग्रह चाल इतनी खराब है एक मामला ठंडा नहीं हुआ कि दूसरा उछल पड़ा। और तो और एक हिस्ट्रीशीटर की शिकायत पर ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश हो गए हैं। कनखल क्षेत्र में दो साल पहले दुष्कर्म के मामले में जेल भेजे गए एक हिस्ट्रीशीटर ने जमानत पर छूटने के बाद खुद को बेकुसूर बताते हुए पुलिसकर्मियों को कठघरे में खड़ा कर डाला। विजिलेंस में शिकायत कर हिस्ट्रीशीटर ने आरोप लगाया है कि झूठा मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था।
विजिलेंस ने हिस्ट्रीशीटर की शिकायत पर प्रभारी के तौर पर कनखल थाने का चार्ज देख रहे तत्कालीन जगजीतपुर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार सहित छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमे के आदेश दिए हैं। जिससे पुलिस में हड़कंप पर हंड़कंप मच गया है। साल 2021 में कनखल क्षेत्र की एक पीड़िता ने गोपाल और जोनू निवासीगण जगजीतपुर के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर गोपाल सहित आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
लगभग साल भर बाद आरोपी जेल से छूटकर बाहर आया। आरोप है कि उसने पीड़िता पर मुकदमे का फैसला करने का दबाव बनाते हुए धमकियां दी। जिस पर पीड़िता ने 31 अगस्त 2022 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत भी दर्ज कराई थी। इधर आरोपी गोपाल ने पुलिसकर्मियों पर झूठा मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में शिकायत की।
कोर्ट ने विजिलेंस से शिकायत करने को कहा। अब विजिलेंस की विशेष न्यायाधीश गढ़वाल क्षेत्र व अपर सत्र न्यायाधीश अंजलि नौलियाल ने तत्कालीन जगजीतपुर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार सहित छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए।