चंपावत/ पहाड़ की बेटियां हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल कर रही है। बेटियां देश के कई बड़े पदों पर भी अपनी सेवाएं दे रही हैं। चंपावत की बेटी मनीषा अधिकारी भारतीय वायुसेना में अब लड़ाकू विमान उडाएंगी। मनीषा के अफसर बनने के बाद चंपावत जिला उन पर गर्व कर रहा है। मनीषा अधिकारी नेपाल सीमा से लगे मडलक क्षेत्र के चामा गुरेली ग्राम पंचायत की निवासी हैं। अब मनीषा सेना में कमीशन प्राप्त कर एयर फोर्स में फ्लाइंग आफिसर बन गई है। मनीषा ट्रेनिंग के बाद भारतीय सेना के लड़ाकू विमान भी उड़ा पाएगी। पहाड़ों में संसाधन भले ही कम हो लेकिन सपनों को पूरा करने की जिद बच्चों को उनके मुकाम तक पहुंचा रही है।
मनीषा ने प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर लोहाघाट और माध्यमिक शिक्षा विद्या मंदिर लोहाघाट से पूरी की है। इसके बाद वे बीटेक करने के लिए देहरादून डीबीआइटी चलें गई। वह बचपन से ही देश सेवा करना चाहती थी और भारतीय सेना का हिस्सा बनने की मनीषा ने ठान ली थी। इसके लिए वह अपने पापा से प्रेरित होती थी। मनीषा के पिता गोविंद सिंह अधिकारी सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स में इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत्त हैं और मां बसंती अधिकारी गृहिणी हैं। मनीषा की मानें तो पापा की सीआरपीएफ की वर्दी ने उन्हें भारतीय सेना का हिस्सा बनने के जूनून को ऊर्जा देती रही और इसी वजह से वह कामयाब हुई हैं। मनीषा का कहना है कि उनकी तरह उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली बेटियां भी आगे बढ़ सकती हैं। उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए तो उनके लिए भी आपार सम्भावनाए हैं।