द्वाराहाट/ राज्य की सियासत में विधायक के वायरल हुए वीडियो के बाद बवाल मचा है। विधायक के व्यवहार की चारों तरफ आलोचना हो रही है। कॉलेज के प्रबंधक से गाली गलौज करने के मामले में द्वाराहाट पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इससे जुड़े वायरल वीडियो और ऑडियो को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। जिन्हें जल्द ही फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद विधायक का वॉयस सैंपल लिया जाएगा। बीते दिनों द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट कॉलेज प्रबंधन के घर रात में जा धमके थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने वहां गाली गलौज की और धमकी दी। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ जिसने सियासी हलचल भी पैदा हो गई।
इस मामले में विधायक के खिलाफ द्वाराहाट थाने में गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया। अचानक विवादों में आए विधायक की मुश्किलें यहीं खत्म नहीं हुईं। इसके बाद एक ऑडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें वे प्रदेश के बड़े नेताओं को भी गाली गलौज करते सुने जा रहे हैं। यह ऑडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
बिष्ट के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सभी वीडियो और ऑडियो को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है। जल्द ही विधायक का वॉयस सैंपल लेने की प्रक्रिया भी कोर्ट के माध्यम से पूरी की जाएगी। इस मामले में डीआईजी कुमाऊं रेंज डॉ. योगेंद्र सिंह रावत का कहना है कि मुकदमे की विवेचना गंभीरता से करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी साक्ष्यों का संकलन किया जा रहा है।
वहीं द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट प्रदेश कांग्रेस के हाथ से निकल गए हैं। विधायक से जवाबतलब के मामले में प्रदेश नेतृत्व का कहना है कि यह उनके स्तर का मसला नहीं है। इस पर पार्टी आलकमान ही निर्णय लेगा। उधर पार्टी के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव का कहना है कि विधायक प्रकरण की जांच कराई जाएगी। विधायक के आचरण पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा बेबस दिखाई दे रहे हैं।
उन्होंने गेंद कांग्रेस आलाकमान के पाले में डाल पल्ला झाड़ लिया है। अनुशासन समिति के अध्यक्ष नव प्रभात का कहना है कि मामला उनके अधिकार क्षेत्र के बाहर का है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने तो विधायक के मामले में चुप्पी साध ली है लेकिन इस बहाने वह नौकरशाही पर प्रहार करने से नहीं चूके हैं। उन्होंने पूरे मामले का ठीकरा नौकरशाही के सिर फोड़ दिया है।