रामनगर/ खूंखार बाघ और गुलदार अब इंसानी बस्तियों में अपने शिकार की तलाश में घूम रहे हैं रामनगर के मालधन इलाके में ये शिकारी हर शाम सूरज ढलते ही घरों के आस-पास घात लगाकर बैठ जाते हैं। इनके आतंक से ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है। समय रहते अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो पालतू मवेशियों से लेकर इंसानों तक कोई भी इनका शिकार बनने से नहीं बच पायेगा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि बाघ और गुलदार की लगातार बढ़ती हलचल ने उनकी जिंदगी मुश्किल कर दी है। रात के अंधेरे में घर से बाहर निकलना तो दूर लोग अपने मवेशियों को भी सुरक्षित नहीं रख पा रहे। वन विभाग को बार-बार सूचना देने
के बावजूद अब तक इन जानवरों को आबादी से दूर करने में सफलता नहीं मिली है।
वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचकर खानापूर्ति कर रहे हैं लेकिन इन खूंखार शिकारियों से निपटने का कोई ठोस उपाय नजर नहीं आ रहा। ग्रामीणों को हर पल डर है कि कहीं ये शिकारी किसी बड़ी घटना को अंजाम न दे दें। सवाल यह है कि वन विभाग और प्रशासन कब जागेगा या फिर किसी अनहोनी के बाद ही हरकत में आएगा।