


NEWS 13 प्रतिनिधि कपकोट:-
कांडा के ढप्पटी गांव में लगातार अज्ञात बीमारी से हो रही बकरियों की मौत की बात को लेकर बकरी पालकों ने सरकार और पशुपालन विभाग से मुआवजे कि मांग की। बता दें कि बकरी पालको को पशुपालन विभाग से एक बकरा मिला था जिसे की बकरियों की नस्ल को बदला जा सके।
बकरी पालक ने बताया कि जो बकरा उसे पशुपालन विभाग की ओर से दी गई थी। वह बहुत ही अच्छी और स्वस्थ किस्म की थी। और उसके आने के बाद 6 दिन बाद उसकी तबीयत खराब होने लगी। बकरी पालन ने बताया कि वह एक बार बागेश्वर पशु अस्पताल में उस बकरे को लेकर गए। पशु चिकित्सक के द्वारा बकरे को ग्लूकोज चढ़ाया। इलाज करने के बावजूद भी बकरे की दो-चार दिन के अंदर ही मौत हो गई।
गांव के एक अन्य बकरी पालन दीवान सिंह ने बताया कि उनकी भी 8 बकरियां मर चुकी है उनका कहना है कि उनका मुख्य रोजगार का स्रोत सिर्फ वही था। दीवान सिंह ने बताया कि उनके पास 10 बकरियां थी जिसमें से 8 बकरियों की मौत हो चुकी है। उन्होंने अपनी बकरियों की मौत का कारण उस बकरे को बताया है जो पशुपालन विभाग की ओर से दिया गया था। दीवान सिंह ने पशुपालन विभाग से मुआवजे की मांग की है।








