


भवाली:- रविवार को बाबा नीम करोली के छोटे पुत्र का लंबी बीमारी से लड़ते लड़ते निधन हो गया। वे हर साल कैंची धाम आते थे और एक भक्त की तरह ही यहां रहा करते थे। उनके निधन पर बाबा के तमाम भक्तों में शोक की लहर है।
कैंची धाम मंदिर से मिली जानकारी के अनुसार बाबा नीम करौली के छोटे बेटे धर्म नारायण शर्मा ज़्यादातर वृंदावन में रहते थे। और वहां पर स्थित बाबा द्वारा बनाए आश्रमों की बाखूबी देखरेख करतें थे। इसके साथ ही दिल्ली के आश्रम भी उन्हीं की देखरेख में संचालित होते थे।
कैंची धाम मंदिर प्रबंधन ने बताया कि वे हर साल मई के महीने में एक भक्त के तौर पर कैंची धाम आते थे। मंदिर में रहते हुए ही बाबा का ध्यान करते थे। इतना ही नहीं वह काकड़ीघाट में स्थित मंदिर में भागवत पाठ भी करवाते थे। वृंदावन में भी वह बाबा द्वारा बनाए आश्रम में ही रहते थे। सोमवार दोपहर को लंबी बीमारी के बाद उनका स्वर्गवास हो गया। जिससे बाबा के भक्तों और मंदिर समिति में शोक की लहर है।
कैंची धाम के प्रबंधक विनोद जोशी ने जानकारी दी। कि बाबा वृंदावन में ही रहते थे। लेकिन मई में भक्त के तौर पर एक बार कैंची धाम ज़रूर पहुंचते थे। जिसके बाद काकड़ीघाट में भागवत कराते थे। उनकी मृत्यु से अपूर्णीय क्षति पहुँची है। ईश्वर उनके भक्तों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दे।








