


NEWS 13 प्रतिनिधि हल्द्वानी:-
मानसून उत्तराखंड में अपना कहर बरपा रहा है। पहाड़ से लेकर मैदानी इलाकों में भी बादल जमकर बरस रहे हैं। नदियां पूरे उफ़ान पर हैं। जिसका असर रोडवेज बसों पर भी पड़ा है। पिथौरागढ़, चम्पावत, अल्मोड़ा व चौखुटिया रूट की बसें एक से तीन घंटे देरी से चल रही हैं।
जिस कारण सवारियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि बीते कुछ समय से कोरोना के चलते बसों के संचालन में परेशानी थी। और अब कोरोना की रफ्तार कम हुई तो बारिश ने मुसीबत पैदा कर दी।
अब एक पहलू ये भी सामने आ रहा है कि उत्तराखंड रोडवेज के पास पर्वतीय रूटों पर चलने वाली बसों का भी भारी टोटा है। जिसकी वजह से यात्री दुगुना किराया देकर टैक्सियों में यात्रा करने को मजबूर हैं। दूसरी तरफ केएमओ की बसों का संचालन पूरी तरह शुरू ना होने से बसें पहाड़ों पर कम ही चल रही हैं।
बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन होने से अभी बहुत सड़कें भी बंद है। तीन दिनों की मुसलाधार बारिश के चलते पहाड़ पर एक दर्जन से अधिक मार्ग बंद हो गए थे। जिन्हें खोलने में लोनिवि को व स्थानीय प्रशासन को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
रोडवेज की भी कई बसें भी इन रास्तों पर फंस गई है। हल्द्वानी स्टेशन के इंचार्ज रवि शेखर कापड़ी के मुताबिक पिथौरागढ़ समेत अन्य रूटों पर बसों को इसी कारण से आने-जाने में देरी हो रही है। हालांकि चालक व परिचालकों से साफ कहा गया है कि कच्ची सड़कों पर गाड़ी न डाले। यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान जाय।








