


NEWS 13 प्रतिनिधि देहरादून:-
इंटरनेशनल योगा दिवस के दिन आयुष मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने ऐलान किया कि आयुष डॉक्टर भी ज़रूरत पड़ने पर एलोपैथिक दवा लिखा पाएंगे। आयुर्वेदिक डॉक्टरों पर आयुष मंत्री की ये मेहरबानी IMA को बिल्कुल नागवार गुज़री। इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने इस फ़ैसले को सुप्रीम कोर्ट की अवमानना बताते हुए इसके ख़िलाफ़ कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की भी धमकी दी है।
आईएमए के उत्तराखंड सचिव डॉ अजय खन्ना का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट नेशनल मेडिकल कमीशन से लेकर कई स्तरों पर साफ़ निर्देश हैं कि दो अलग-अलग पैथियों को मिलाकर उपचार नहीं होगा। डॉ खन्ना ने कहा कि साफ साफ़ गाइडलाइन हैं कि आयुर्वेदिक डॉक्टर एलोपैथिक प्रैक्टिस नहीं कर सकता है।
आईएमए सचिव ने कहा कि पहले भी ऐसा मुद्दा उठा तो उन्होंने चीफ़ सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी थी अब एक बार शासनादेश आए फिर आगे का एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि मिक्सोपैथी से मरीज़ का नुक़सान ही होगा। डॉ हरक सिंह रावत ने सोमवार को घोषणा की है कि सरकारी आयुर्वेद चिकित्सालयों में इमरजेंसी के समय आयुष डॉक्टर एलोपैथिक दवा लिख सकेंगे।



