


देहरादून स्थित दून अस्पताल प्रबंधन ने एक अभिनव निर्णय लिया है। जिसके द्वारा अब दून अस्पताल में हवा से ऑक्सीजन बनाई जाएगी। इसके लिए अस्पताल में एक विशेष तरह का प्लांट लगाया जाएगा। जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रबंधन ने इसकी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं करीब एक माह की प्लांट को लगाने की समय सीमा रखीं गई है।
वर्तमान में आक्सीजन की पुरे देश में किल्लत है। करोना से फेफड़ों में होने वाले संक्रमण की वजह से लगभग सभी मरीजों को आक्सीजन सिलैंडर की जरूरत पड़ रही है। इसलिए ऑक्सीजन की खपत ज़्यादा रही है। अब दून अस्पताल ने ऑक्सीजन की बढ़ती खपत को देखते हुए प्रेशर स्विंग एब्सार्प्शन पीएसए ऑक्सीजन प्लांट लगाने का फैसला किया है।
ऑक्सीजन पीएसए जेनरेटर ऑक्सीजन को वायुमंडलीय हवा से प्रेशर स्विंग के जरिये सोखकर अलग करता है। कंप्रेस्ड हवा 21प्रतिशत ऑक्सीजन व 78 प्रतिशत नाइट्रोजन को जिओलाइट आणविक छलनी से होकर गुजारा जाता है। जिससे ऑक्सीजन अलग हो जाती है।सूत्रों के मुताबिक अस्पताल में फिल्हाल एक लिक्विड ऑक्सीजन और एक ऑक्सीजन गैस प्लांट चल रहा है।
प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की खपत काफी बढ़ गई है। अब अस्पताल को इसके लिहाज से पूरी तरह आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जा रही है। इसलिए एक और ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बाद में ओटी कॉम्प्लेक्स के लिए भी अलग ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा।








