मुक्तेश्वर के सेब देश ही नहीं दुनिया में एक अलग पहचान दिलाएंगे मुक्तेश्वर को।

NEWS 13 प्रतिनिधि हल्द्वानी:-

नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में इटली के रसीले गाला सिनिको और किंग रॉट प्रजाति के सेबों का व्यापार करने के लिए उद्योगपति अडानी ने अपने प्रतिनिधि मुक्तेश्वर भेजे हैं। अगर सबकुछ ठीक रहा तो देश और दुनिया में मुक्तेश्वर के सेब अपनी एक अलग पहचान बनाएंगे। मुक्तेश्वर में स्थानीय किसान देवेंद्र सिंह बिष्ट ने इंडो डच हॉर्टिकल्चर प्रोजेक्ट के तहत कुछ समय पूर्व सेब के पौधे लगाए थे। राज्य सरकार के फल उद्योग विभाग के प्रोजेकट में देवेंद्र को 80 प्रतिशत की सब्सिटी भी मिली थी।

देवेंद्र ने कुल 20 नाली जमीन में इटली के 1008 पेड़ लगाए थे। जो अब फल देने लगे हैं। इन पेड़ों का साइज बहुत बड़ा नही होता है। लेकिन इनमें फल साल दर साल बढ़ के ही लगते है। पेड़ों को नजदीक रखने के कारण इसे हाई डेनसिटी वाली बागवानी माना जाता है। बगीचा समुद्र तल से लगभग 3000 फ़ीट की ऊँचाई पर बना हुआ है। इटली में होने वाले गाला सिनिको और किंग रॉट प्रजाति के सेब के पेड़ों को यहां लगाया गया है इन सेबों को बंदरों और तोते व अन्य जगली पक्षियों से खतरा है। जिसके लिए देवेंद्र ने बगीचे के चारों ओर से जाली लगा दी है।

मुक्तेश्वर के गजार कसियालेक में बनाया गया ये बगीचा अपने लाल और रसीले मीठे सेबों के कारण क्षेत्र में खासा चर्चा विषय बना है। किसान देवेंद्र के पुत्र पूरन सिंह बिष्ट ने होटल मैनेजमेंट कर रखा है। कोरोना के कारण घर बैठे बैठे उन्होंने ऑर्गेनिक फार्मिंग शुरू कर दी है। इटली की इस तकनीक से कम जगह पर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि इसका आईडिया मिलने के बाद उन्हें जैसा जैसा हॉर्टिकल्चर के अधिकारी बताते गए वो वैसा वैसा ही करते गए। इटली के सेब अब यहा आकर्षक रूप लेते जा रहे हैं इन्हें देखकर अडानी ग्रुप की बिज़नेस टीम भी देवेंद्र के बगीचे तक पहुंच गई है। माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में यहां के सेब के महत्व को समझकर दूसरे व्यापारी भी यहां व्यापार करने आएंगे।

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