


NEWS 13 प्रतिनिधि पिथौरागढ़:-
पिथौरागढ़ में एम्स की कल्पना वर्तमान राजनीतिक परिपेक्ष कितनी सही है, जबकी बेस अस्पताल की बनकर त्यार बिल्डिंग अपने चालु होने व रिबन काटने वाले नेताओं की बांट जोह रही है एक तरफ जहाँ बेस अस्पताल जो बनकर तैयार है उसे चलाने के लिए के पिथौरागढ़ के विधायक मंत्री, नेता बजट पास करने में पूरी तरह नाकाम रहे है। वही नैनीसैनी हवाई अड्डा सरकार की इच्छा शक्ति की कमी के अभाव में वीरान पड़ा है।
एयर एंबुलेंस के लिए सरकार ने पहले ही हाथ खड़े कर दिए है। पार्किंग का संचालन करने की हिम्मत पिथौरागढ़ के नेताओं में है नहीं। जिला अस्पताल की दसा भी किसी से छुपी नहीं है। वेंटिलेटर बिना चले ख़राब हो गये हैं। महिला अस्पताल में आये दिन कुछ न कुछ अनहोनी होना आम बात है। अल्ट्रासाउंड मशीन कुछ समय सी०डी०ओ साहब के भरोसे चली अब राम भरोसे है।पिथोरागढ़ स्वास्थ्य विभाग में अनेक महत्वपूर्ण पद सरकार की लचर नीति के कारण खाली पड़े हैं। ट्रामा सेंटर का ड्रामा फेल हो चुका है। तमाम योजनायें बजट के अभाव का रोना रोकर आधी अधूरी छोड़ दी गयी हैं।
कौन नहीं चाहेगा अपने नजदीक एम्स जैसा अस्पताल हो लेकिन हजारों करोड़ खर्च कर बेस अस्पताल, पार्किंग, नैनी सैनी एयरपोर्ट, स्पोर्ट्स काॅलेज लेलू, नर्सिंग काॅलेज, पाॅलीटेक्निक, स्कूल्स, आई०टी०आई जो सालों से बनकर उद्घाटन की बाट देख रहे हैं या सरकार की कमजोर इच्छाशक्ति के कारण आधी अधूरी बंद पड़ी हैं। इन लटकती योजनाओं को मद्देनजर रखते हुये एम्स की कल्पना चुनावी चकल्लस से अधिक कुछ नहीं लगती।








