पिथौरागढ़ >> जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत जल जीवन मिशन की बैठक सुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई सम्पन्न।

NEWS 13 प्रतिनिधि पिथौरागढ़:-

जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत जल जीवन मिशन की बैठक सुक्रवार को जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी आनन्द स्वरूप की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत लक्ष्य के सापेक्ष घरेलू क्रियाशील सयोजनों, स्वीकृत योजनाओं के सापेक्ष निविदाएं, कार्य आदेश तथा वर्तमान में किए जा रहे कार्यों के साथ ही दिसंबर 2023 तक हर घर को नल से जल उपलब्ध कराए जाने हेतु किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई।

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार की जल जीवन मिशन योजना एक अति महत्वपूर्ण योजना है, निर्धारित समय पर यह योजना पूर्ण कर हर घर को नल से जल उपलब्ध कराना है, इस हेतु संबंधित अधिकारी पूर्ण जिम्मेदारी से कार्य करते हुए निर्धारित समय पर लक्ष्य की पूर्ति कर योजना का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक प्रदान करें। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान जिले में द्वितीय चरण में वर्तमान तक कुल 800 के सापेक्ष 198 ही डीपीआर कार्यदाई संस्थाएं पेयजल निगम व जल संस्थान द्वारा बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि, यह योजना सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, इसे समयबद्धता के साथ पूर्ण करना है, इस हेतु अधिकारी इसमें किसी भी प्रकार की हीलाहवाली न करें। उन्होंने कहा कि अब वह प्रत्येक सप्ताह इस बैठक की समीक्षा कर प्रस्तावों को स्वीकृत करेंगे,ताकि समय पर कार्य प्रारंभ हो सकें।

जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वह भी सप्ताह में दो दिन योजना की समीक्षा करें,ताकि सभी योजनाओं की डीपीआर तैयार कर समिति से स्वीकृत होकर कार्य प्रारंभ किए जाने की कार्यवाही की जा सके। जिलाधिकारी ने विभागों को निर्देश दिए कि जिन योजनाओं में टैंडर हो गए हैं उनमें शीघ्रता से कार्य प्रारंभ किए जाए।

बैठक में सरकारी विद्यालय व आंगनबाड़ी भवनों में जल संयोजन की भी समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिन विद्यालयों आगनबाड़ी केद्रों में जल संयोजन अवशेष हैं,उनमें भी शीघ्र ही जल संयोजन किया जाय। उक्त सम्बन्ध में बैठक में उपस्थित विधायक पिथौरागढ़ श्रीमती चंद्रा पंत ने कहा कि विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केद्रों में पानी संग्रहण हेतु टैंकों की भी व्यवस्था रखी जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षा में सुधार एवं विद्यालयों में आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किए जाने हेतु धनराशि की कमी नहीं होने दी जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास विभाग को निर्देश दिए कि जिले में वर्तमान में 1111 आंगनबाड़ी केद्रों में से 382 आंगनबाड़ी केन्द्र जो अपने भवन में संचालित हो रहे हैं उनमें तत्काल रंग रोगन आदि करते हुए सौंदर्यीकरण का कार्य करते हुए उनके माध्यम से विभागीय योजनाओं का भी प्रचार प्रसार करते हुए बच्चों का शैक्षणिक विकास भी कराएं।

बैठक में परियोजना प्रबंधक स्वजल/जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी ने अवगत कराया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जिले में 1553 राजस्व गांवों में कुल 81531 घरेलू संयोजन दिए जाने के लक्ष्य के सापेक्ष 45489 संयोजक दे दिए गए हैं वर्तमान तक 54 प्रतिशत उपलब्धि हुई है। द्वितीय चरण के अंतर्गत अवशेष राजस्व गांवों के प्रत्येक परिवार तक नल से जल का संयोजन देने हेतु कुल 800 डीपीआर तैयार की जानी है जिसमें से वर्तमान तक 198 तैयार हो गई है। बैठक में सुक्रवार को समिति द्वारा कुल 33 डीपीआर स्वीकृत की गई। जिसमें पेयजल निगम गंगोलीहाट की 17, पिथौरागढ़ की 4 तथा जल संस्थान डीडीहाट की 12 सामिल रही।

बैठक में विधायक पिथौरागढ़ श्रीमती चंद्रा पंत,मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी, मुख्य शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार जुकरिया, अधिशासी अभियंता पेयजल निगम गंगोलीहाट अनूप पाण्डेय, जल संस्थान डीडीहाट अवधेश कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय गौरव, जिला पंचायतराज अधिकारी हरीश आर्य आदि उपस्थित रहे।

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