


NEWS 13 प्रतिनिधि देहरादून:-
पहाड़ की राजनीति में कांग्रेस के अन्दर भी शह-मात का खेल पूरे शबाब पर है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्रदयेश दिल्ली पहुंच चुकी हैं। और प्रीतम भी आज दिल्ली दरबार पहुँच रहे हैं। पंजाब घटनाक्रम को लेकर प्रभारी महासचिव के नाते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहले से ही दिल्ली में कैंप कर रहे हैं। सूत्रों ने खुलासा किया है कि तीनों दिग्गजों की दिल्ली मौजूदगी का असल मक़सद मिशन 2022 को लेकर रणनीति बनाना कम और बाइस बैटल से पहले हिसाब चुकता कर लेने की आखिरी जोर आजमाइश ज्यादा है। हरीश रावत चुनाव से पहले चेहरा तय करने की मांग उठाते आ रहे हैं लेकिन अभी तक प्रदेश पार्टी नेतृत्व से लेकर प्रभारी तक सभी सामूहिक नेतृत्व की बात करते आ रहे हैं। ऐसे में हरीश रावत कैंप प्रदेश अध्यक्ष को लेकर सक्रिय हो गया है। साथ ही सल्ट उपचुनाव के नतीजे को लेकर भी आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है।
कांग्रेसी कॉरिडोर्स में अंदरूनी हलचल यही है कि जैसे प्रदेश बीजेपी में सरकार से संगठन के सुबेदार बदलने का जो खेल मार्च में हुआं है। उसी अंदाज में कांग्रेस में भी अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष को बदलने को लेकर अंदरुनी जंग आर-पार के स्तर पर है। एक कांग्रेसी इनसाइडर ने कहा कि ये कोई पहली बार नहीं जब हरीश रावत अध्यक्ष बदलवाने को ताकत लगा रहे है। सत्ता में रहें तो सीएम और विपक्ष में तो अध्यक्ष-नेता प्रतिपक्ष, एनडी तिवारी से लेकर बहुगुणा और यशपाल आर्य से लेकर किशोर उपाध्याय और प्रीतम सिंह तक मन का नहीं तो बदलाव बवंडर अंदर ही अंदर वे मचाते रहते हैं।
अब सोमवार शाम तक पता चलेगा कौन किस पर भारी पड़ता है। कुल मिलाकर हरदा वर्सेस प्रीतम-इंदिरा कैंप में किसके साथ खेला होबे होता है इसका जल्द खुलासा हो जाएगा।






