हल्द्वानी >> सुशीला तिवारी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीज की एक आंख व आधे जबड़े को निकालना पड़ा, पांच घंटे लगे डॉक्टरों को सर्जरी करने में।

NEWS 13 प्रतिनिधि हल्द्वानी:-

सुशीला तिवारी अस्पताल में ब्लैक फंगस की एक मरीज की आंख और आधे जबड़े को निकालना पड़ा। लगभग साढ़े पांच घंटे तक महिला की सर्जरी हुई। डॉक्टरों के अनुसार सुशीला तिवारी अस्पताल में ब्लैक फंगस के मरीज की यह अब तक की सबसे बड़ी सर्जरी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार ईएनटी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. शहजाद ने बताया कि ऊधमसिंह नगर निवासी 47 साल की एक महिला को कोरोना संक्रमण हुआ था। कुछ दिन पूर्व उसके चेहरे में सूजन आई गई। उसे दिखने भी कम देने लगा। वह चार दिन पहले अस्पताल आई थी। जांच में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई। सीटी स्कैन कराने पर बीमारी की गंभीरता का पता चला।

इसके बाद ईएनटी व नेत्र रोग विभाग एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टरों की टीम ने सर्जरी करने का फैसला किया। बीमारी के दूसरे अंगों तक फैलने की भी आंशका थी। शनिवार को मरीज की सर्जरी की गई। जो करीब साढ़े पांच घंटे तक चली। ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ नितिन मेहरोत्रा डॉ. एके सिन्हा डॉ नीलम शमिल थे।

सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरुण जोशी ने बताया कि ब्लैक फंगस का एक ऑपरेशन हुआ है। अस्पताल में ब्लैक फंगस के बीस और संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। इसमें एक की हालत नाजुक है। साथ ही विभागाध्यक्ष ईएनटी, डॉ. शहजाद ने बताया कि मरीज को आईसीयू में रखा गया है। जहां उसकी हालत स्थिर है। ब्लैक फंगस के अन्य मरीजों की भी सर्जरी हुई है पर यह अब तक की सबसे बड़ी सर्जरी है।

राज्य में ब्लैक फंगस के 19 नए मामले 8 मरीजों की मौत उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार को देहरादून जिले में 19 नए मरीजों में ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। जबकि आठ मरीजों की इलाज के दौरान मौत हुई है। प्रदेश में अब तक कुल मरीजों की संख्या 279 और 44 मरीजो की मौत हो चुकी हैं।

नैनीताल जिले में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या 27 और पांच मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। अभी तक ऊधमसिंह नगर जिले में एक मामला और एक मरीज की मौत हुई है। ब्लैक फंगस से 18 मरीजों ने जिंदगी की जंग भी जीती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *