


NEWS 13 प्रतिनिधि देहरादून:-
एक जून से कोरोना कर्फ़्यू की पाबंदियों मे राहत की आस लगा कर बैठे राज्य के व्यापारियों का सब्र अब टूटने लगा है। धर्म नगरी हरिद्वार मे व्यापारी थाली बजाकर कोरोना कर्फ़्यू बढ़ाने का विरोध कर चुके हैं। आज इसी क्रम में बारी ऋषिकेश के व्यापारियों की है। ऋषिकेश के व्यापारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। व्यापारी थाली बजाकर सरकार के फैसले के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन कर के अपनी नाराजगी दर्ज करा रहे हैं। व्यापारियों ने सरकार को दोटुक कह दिया है अगर जल्द बाज़ार खोेलेने की अनुमति नहीं मिली तो सड़कों पर उतरकर सरकार का व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
ऋषिकेश नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्र ने कहा है कि कोविड कर्फ़्यू के चलते कारोबारियों की कमर टूट गई है और नौबत व्यापारी और परिवारजनों के भूखों मरने की आ चुकी है। व्यापारियों का आरोप है कि यूपी और हरियाणा सहित कई राज्यों में रियायतें मिल चुकी हैं, यहाँ भी सरकार से क्रमवार तीन-चार घंटे सभी तरह की दुकानें खोलने की मांग की गई थी लेकिन निराशा हाथ लगी है।
हरिद्वार के व्यापारी भी कोविड कर्फ़्यू विस्तार का विरोध थाली बजाकर जता चुके हैं। व्यापारियों ने आरोप लगाया है कि न तो सरकार की तरफ से कोई राहत पैकेज दिया गया है, ऊपर से कोरोना मामले घटने के बावजूद दुकानें खोलने नहीं दी जा रही।
मंगलवार शाम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राज्य में कोरोना के संक्रमितों की राज्य में तेजी से आ रही कमी और व्यापारियों की मांग को देखते हुए बाजारों को खोलने की मांग उठाई है। मदन कौशिक ने कहा कि सरकार के अथक प्रयास और व्यापारियों सहित अन्य वर्गों के प्रयास से ही कोरोना की रफ़्तार में कमी के साथ केस भी कम हुए हैं। कौशिक ने कहा कि बाजार बन्द होने के चलते दुकानदारों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा होता जा रहा है। जिस वक्त कोरोना के केस बढ़ रहे थे उस समय व्यापारियों ने खुद ही आगे आकर बाजार बन्द करने की पहल की थी। अब दुकानदार बाजार खोलने की लगातार मांग कर रहे हैं। कौशिक ने कहा कि कोरोना की गाइडलाइन्स का पालन करते हुए बाजार खोल दिये जाने चाहिए। रोजाना मार्किट खुले रहने से अनावश्यक भीड़ भी नहीं होगी और लोगों व व्यापारियों को भी सहूलियत मिलेगी।
ऐसे में सरकार के सामने चुनौती है कि सरकार कब तक और कैसे व्यापारियों के बढ़ते दबाव को झेल पाती है। वैसे सरकार के सूत्रों के हवाले बताया जा रहा है कि आठ जून तक कोरोना के केस लगातार घटते रहे तो उत्तराखंड को अनलॉक करने की पूरी तैयारी है।








