


NEWS 13 प्रतिनिधि गोपेश्वर:-
उत्तराखंड के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री व चमोली जनपद के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत के बद्रीनाथ धाम जाने पर विवाद हो गया है। कोरोना संक्रमण के कारण चारधाम यात्रा अभी स्थगित है और तीर्थपुरोहितों को भी सीमित संख्या में धाम भेजा गया है। इसी बीच शनिवार शाम को भाजपा के कुछ और नेता भी मंत्री जी के साथ बद्रीनाथ धाम पहुंच गए। अब बद्रीनथ के तीर्थ पुरोहितों के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इसे कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन बताया है। पुरोहितों ने भी शासन-प्रशासन से धाम जाने की अनुमति देने की मांग उठाई है।
भ्रमण के दौरान गए चमोली जिले के प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत 19 मई से जिले के भ्रमण पर हैं। शनिवार को उर्गम घाटी में दौरा करने के बाद वे बदरीनाथ धाम पहुंचे गए। मंत्री के साथ चमोली जिले के भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट चमोली जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह बिष्ट व श्रीनगर के एक भाजपा पदाधिकारी के साथ ही एक-दो अन्य पदाधिकारी भी बद्रीनाथ धाम पहुंच गए। उन्हीं में से एक भाजपा नेता ने धाम में मंत्री के साथ खिंचवाई फोटो को सोशल मीडिया (फेसबुक) पर सार्वजनिक कर दिया जिसके बाद यह फोटो वायरल होने लगी।
भाजपा नेताओं के बद्रीनाथ धाम जाने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस जिलाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह रावत और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता तेजवीर कंडारी का कहना है कि खुद सरकार के मंत्री ही कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर रहे हैं। यही नहीं उनका कहना है कि भाजपा के नेताओ ने मास्क भी नहीं पहने थे। यह घोर लापरवाही है। वहीं तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि शासन-प्रशासन ने उन्हें धाम जाने की अनुमति नहीं दी है। कई तीर्थ पुरोहित धाम नहीं पहुंच पाए हैं। हमें पांडुकेश्वर से लौटाया गया लेकिन भाजपा नेताओं को धाम जाने की अनुमति कैसे मिल गई। सत्तारूढ़ भाजपा ही कोरोना नियमों को तोड़ रही थी।



