


NEWS 13 प्रतिनिधि गोपेश्वर:-
श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट प्रात: 4 बजकर 15 मिनट पर पूरे विधि-विधान, वैदिक मंत्रोचार एवं शास्त्रोक्त से आज मेष लग्न पुष्य नक्षत्र में खोले गये। इसी क्रम में 16 मई रविवार को श्री नृसिंह मंदिर से आदि गुरू शंकराचार्यजी की गद्दी, रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी के साथ योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंच गयी थी। 17 मई की शाम श्री उद्धवजी एवं श्री कुबेरजी के साथ ही आदि गुरू शंकराचार्यजी की गद्दी श्री बदरीनाथ धाम पहुंची। इनके साथ ही तेलकलश (गाडू घड़ा) भी श्री बदरीनाथ धाम पहुंचा।
आप को यह भी बता दे कि 17 मई सोमवार को प्रात: 5 बजे श्री केदारनाथ धाम के कपाट खुल चुके हैं। जबकि श्री यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई तथा श्री गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई को खोले जा चुके हैं।
द्वितीय केदार मदमहेश्वर जी के कपाट 24 मई तथा तृतीय केदार तुंगनाथ जी एवं उच्च हिमालय पर स्थित रूद्रनाथजी के कपाट खुल चुके हैं।
कोरोना महामारी के चलते ऐसे में चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित किया जा चुका है। नित्य नियम से पूजा-अर्चना चलेगी। धामों में पूजा-पाठ से जुड़े लोगों को ही जाने की अनुमति है तथा कोरोना बचाव मानकों का पालन हो रहा है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने धामों के कपाट खुलने पर प्रसन्नता व्यक्त की है साथ ही श्रद्धालुओं से अपील की है कि अपने घरों में रहकरपूजा-पाठ करें। वर्चुअल माध्यम से दर्शनों पर भी जोर दिया जा रहा है।








