मासी में बैशाख के अंतिम सोमवार को लगने वाला ऐतिहासिक व पौराणिक सोमनाथ मेला भी चढ़ा कोरोना संक्रमण की भेट महज रस्म अदायगी कर निभाई परंपरा।

NEWS 13 प्रतिनिधि गणेश जोशी चौखुटिया:-

चौखुटिया, मासी में बैशाख अंतिम सोमवार को लगने वाले ऐतिहासिक, पौराणिक व व्यापारिक मेला सोमनाथ कोरोना के चलते रस्म अदायगी भर निभाया गया। परंपरा के अनुसार मासीवाल ऑल के दर्जन भर ग्रामीण नगाड़े – निशान के साथ रामगंगा नदी तट पर पहुंचे व रामगंगा नदी में पत्थर फेंक रस्म अदायगी की। बाद में कनौडी आल ने भी यहीं परंपरा दोहराई।

लगभग सवा तीन सौ वर्षों से लगने वाला सात दिवसीय सोमनाथ व रविवार सायं लगने वाला सल्टिया मेला इस बार भी कोरोना की भैट चढ गया। सोमनाथ मेला सोमवार को रस्म अदायगी भर निभाया गया। दोनों आंलो के दर्जन -दर्जन भर लोगों ने यह रस्म अदायगी की। पूर्व में दर्जनों ग्राम पंचायतों के लोग मेले में सज -धजकर बाजे – गाजे के साथ पहुंचते थे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ झोडे, चाचरी,भगनौल आदि कार्यक्रम पूरे सात दिनों तक चलते थे। दूर-दूर से पहुंचे ग्रामीण विभिन्न प्रकार की खरीदारी के अलावा नाते रिश्तेदारों से भी मेले में मुलाकात करते थे। पिछले वर्ष भी यह मेला कोरोना के कारण नहीं हो पाया था।

वैशाख अंतिम सोमवार को अपनी बारी के अनुसार मासीवाल आंल के दर्जन भर लोग मेले के मुख्य स्थान पर एकत्रित होकर नगाड़े – निशान लेकर नदी तट पर पहुंचे तथा परंपरा के अनुसार रामगंगा नदी में पत्थर फैंककर रस्म अदायगी के साथ घरों को चले गए। तत्पश्चात कनौडिया आंल के भी इतने ही लोगों ने दूसरे छोर से रामगंगा नदी में पत्थर फेंककर रस्म अदायगी निभाई। अगले वर्ष रस्म अदायगी की पहली बारी कनौडिया आंल की होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *