


इंसानों के बाद अब वन्यजीवों में भी कोरोना संक्रमण फैलने की खबरों के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व और दून चिड़ियाघर के अधिकारी भी सतर्क हो गए हैं। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) और राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की ओर से एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन की ओर से टाइगर रिजर्व के पालतू हाथियों के साथ अन्य वन्यजीवों को खासकर बाघों को कोरोना संक्रमण से बचाने से लेकर तमाम प्रभावी कदम उठाए गए हैं।
दूसरी ओर दून चिड़ियाघर प्रशासन की ओर से भी वन्यजीवों और पक्षियों को कोरोना से बचाने को लेकर अपने प्रयास तेज कर दिए है।राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक डीके सिंह ने बताया कि फिलहाल टाइगर रिजर्व में पालतू हाथियों की संख्या छह है। इन सभी हाथियों के साथ ही इनके महावतों को संक्रमण से बचाने को लेकर एहतियाती कदम उठाए गए हैं। हाथियों के बाड़ों को सैनिटाइज कराने के साथ ही सभी महावतों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया जा रहा है।इतना ही नहीं टाइगर रिजर्व के सभी 10 रेंजों के अधिकारियों, वनकर्मियों को पीपीई किट मुहैया कराई गई है और उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट कराने की भी हिदायत दी गई है। टाइगर रिजर्व के जिन अधिकारियों कर्मचारियों वन कर्मियों में कोरोना संक्रमण पाया गया है उन्हें घरों में आइसोलेट कर दिया गया है। वहीं एनअीसीए के आदेश पर टाइगर रिजर्व को फिलहाल 15 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है।
चिड़ियाघर के वन क्षेत्राधिकारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि चिड़ियाघर के वन्यजीवों पक्षियों को बीमारी से बचाने को लेकर सभी बाड़ों को सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं वन्यजीवों का खानपान व उनकी देखभाल करने वाले कर्मचारियों को पीपीई किट मुहैया कराई जा रही है। साथ ही उनका कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है।








