


हरिद्वार जिले के रुड़की के एक प्राइवेट हासपिटल में सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे ऑक्सीजन खत्म होने से पांच कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि प्रशासन को रात दस बजे ही फोन पर ऑक्सीजन की कमी की सूचना दे दी गई थी जिसे गंभीरता से नहीं लिया गया। वहीं प्रशासन के अनुसार, केवल मैसेज भेजकर लिक्विड ऑक्सीजन की मांग की गई थी जबकि सुबह पता चला कि अस्पताल के पास पर्याप्त ऑक्सीजन सिलिंडर भी नहीं थे।
रुड़की के विनय विशाल अस्पताल को कोविड सेंटर बनाया गया था। सोमवार देर रात अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म होने लगी थी। ऑक्सीजन आपूर्ति के प्रयास के बीच डेढ़ बजे ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो गई। करीब बीस मिनट बाद जब तक ऑक्सीजन पहुंची और आपूर्ति सुचारु हुई, तब तक वेंटिलेटर पर लेटे एक मरीज और सिलिंडर से ऑक्सीजन ले रहे चार मरीजों की दर्दनाक मौत हो गई।
वहीं, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नमामि बंसल ने बताया कि रोजाना डिमांड के हिसाब से अस्पताल को दो मिट्रिक टन लिक्विड ऑक्सीजन और 200 से अधिक सिलिंडर सप्लाई हुए हैं। अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वे 12 घंटे का बैकअप रखें। मंगलवार सुबह जानकारी मिली कि अस्पताल के पास ऑक्सीजन सिलिंडर भी पर्याप्त नहीं थे। ऐसे में यह गंभीर मामला है और इसकी जांच के लिए जिलाधिकारी से सिफारिश की गई है।






