


अल्मोड़ा के पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने राज्य सरकार से अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को तत्काल कोविड केयल सेंटर घोषित कर अस्पताल मे कम से कम 500 आक्सीजन बैडों की व्यवस्था करने और साल घर-घर जाकर वैक्शीनेसन को अभियान की तर्ज पर चलाने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि यदि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य के मुद्दे पर रती भर भी गंभीर होती तो अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को तीन वर्ष पूर्व ही संचालित कर देती। जिससे कि अल्मोड़ा में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर होती और कोरोना महामारी के इस कष्टकारी समय में आम जनता को इसका सीधा लाभ मिलता। उन्होंने कहा कि महामारी के इस समय में पिथौरागढ़, बागेश्वर, मुनस्यारी, डीडीहाट, रानीखेत, कपकोट सहित अल्मोड़ा के नजदीकी समस्त पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए यह वरदान साबित होता। तिवारी ने कहा कि प्रदेश सरकार को अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को तुरन्त कोविड सेन्टर घोषित कर देना चाहिए तथा कम से कम इसमें तत्काल अवस्था में 500 आक्सीजन बैडों की व्यवस्था करनी चाहिए।
तिवारी ने कहा कि मेडिकल कालेज होने व सारी व्यवस्थाएं होने के बाबजूद भी यदि प्रदेश सरकार इसे अभी तक संचालित नहीं कर पाई तो यह सीधे प्रदेश सरकार की असफलता है। तिवारी ने कहा कि इस कोविड के समय में सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था की पूरी पोल खुल गयी है। आज की स्थिति में हल्द्वानी के चिकित्सालयों में कोविड संक्रमितों की बढ़ती संख्या के चलते आईसीयू बैडों की बेहद कमी है। ऐसे में यदि पहाड़ी क्षेत्रों में दिक्कतें बढ़ती हैं तो आम जनता कहां जाएगी।
तिवारी ने वैक्शीनेसन को लेकर भी कहा कि 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं को वैक्शीन लगनी थी परन्तु अभी 45 से ऊपर उम्र वालों के लिए भी पर्याप्त मात्रा में वैक्शीन नहीं है।तिवारी ने कहा कि राज्य सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह पर्याप्त मात्रा में वैक्शीन की व्यवस्था करे जिससे अविलम्ब टीकाकरण हो सके। उन्होंने कहा कि इस कोरोनाकाल में मध्यमवर्गीय, व्यवसाईयों, श्रमिक वर्ग, कोचिंग इन्स्टीट्यूट संचालओं के सामने बेहद आर्थिक कठिनाईयां उत्पन्न हो गयी हैं।
प्रदेश सरकार को इस वर्ग को ध्यान में रखकर इनके लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को पहले से ही ऐसे विपरीत समय के लिए तैयार रहना चाहिए था तथा स्वास्थ्य, जीवनरक्षक दवा,आक्सीजन आदि की पूरी व्यवस्था करके रखनी चाहिए थी जिससे कि विपरीत समय में ऐसी विषम परिस्थितियां पैदा ना हों। पूर्व विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार को बुजुर्गों, विकलांगों एवं वैक्शीनेसन में तेजी लाने के लिए घर-घर जाकर वैक्शीनेसन की व्यवस्था भी करनी चाहिए जिससे कि वैक्शीनेसन सेन्टर में लगने वाली भीड़ कम हो।



