हरिद्वार/ हरिद्वार के रुड़की में ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता ने आदेशों की अवहेलना करने और कार्यों में लापरवाही बरते जाने पर रामनगर बिजलीघर के दो जेई निलंबित कर दिए हैं। उन्होंने निलंबित अवधि तक दोनों जेई को अधीक्षण अभियंता कार्यालय से अटैच कर दिया है। एसई के स्तर पर की गई इस कार्रवाई से ऊर्जा निगम के अधीनस्थ अधिकारियों में हड़कंप मचा है। यहां अब से लगभग सात साल पहले निलंबन की कार्रवाई की गई थी।
दरअसल ऊर्जा निगम का शहर के सरकारी, निजी संस्थानों के अलावा सामान्य उपभोक्ताओं पर भी भारी बकाया चल रहा है। विभाग ने इन बकाया को वसूली और बिजली चोरी रोकने के लिए सभी अधिकारियों को टारगेट दिए हुए हैं। इन टारगेट की समीक्षा के लिए बुधवार दोपहर बाद ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता अमित कुमार ने एक बैठक बुलाई। इस बैठक में क्षेत्र के सभी अधिशासी अभियंता, एसडीओ और जेई शामिल हुए। समीक्षा के दौरान कार्य संतोषजनक नहीं पाए जाने पर एसई ने अधिकारियों को फटकार लगाई।
समीक्षा बैठक में दो जेई की कार्य प्रणाली बेहद धीमी मिली। इसके अलावा उन पर अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने और कार्यों में लापरवाही बरते जाने के भी आरोप थे। ऐसे में बैठक के बाद समीक्षा के दौरान अधीक्षण अभियंता अमित कुमार ने 33/11 केवी बिजलीघर, न्यू रामनगर पर तैनात जेई नसीम अहमद और 33/11 केवी बिजलीघर ओल्ड रामनगर पर तैनात जेई मनमोहन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। साथ ही उन्होंने निलंबित अवधि तक दोनों जेई को अधीक्षण अभियंता कार्यालय से अटैच कर दिया है। उन्होंने बताया कि निलंबन अवधि तक दोनों जेई को जीवन निर्वाहन भत्ता दिया जाएगा। साथ ही मामले की जांच की जाएगी।