हरिद्वार/ राज्य के बाल अधिकार सरंक्षण आयोग व हरिद्वार पुलिस की सक्रियता से जल्द ही बच्चे की खरीद-फरोख्त मे शामिल रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है। मामले मे जांच के दौरान ज्वालापुर पुलिस के हाथ अहम सुराग लगे है। वही, रैकेट मे शामिल कुछ आरोपियों को हिरासत मे भी लिया गया है। पुलिस बच्चे की बरामदगी के लिए दबिश भी दे रही है। जानकारी के अनुसार ज्वालापुर के ईदगाह के पास से एक माँ द्वारा पैसों के लालच मे अपने ही बच्चे को एक दाई के हाथों बेचने का मामला प्रकाश मे आया था। पैसों के लेनदेन को लेकर दाई और बच्चे के परिजनों मे विवाद हो गया था।
जिसके बाद उत्तराखंड बाल अधिकारी संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने मामले का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार व जिला प्रोबेशन अधिकारी हरिद्वार को मामले की जांच के आदेश दिए गए थे। एएनटीयू प्रभारी विजय सिंह भी टीम के साथ मामले की जांच में जुट गई थे। मामले मे एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल के निर्देश पर ज्वालापुर कोतवाल प्रदीप बिष्ट के नेतृत्व मे महिला उपनिरीक्षक ललिता चुफ़ाल द्वारा नवजात बच्चे की माँ और बाप से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान पुलिस को अहम सुराग मिले है। पुलिस ने बच्चे की खरीद-फरोख्त की मास्टर माइंड एक दाई को भी हिरासत में लिया है। ज्वालापुर पुलिस जल्द ही एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश क़र सकती है। ज्वालापुर कोतवाल प्रदीप बिष्ट ने बताया कि पहली प्राथमिकता बच्चे को बरामद करना है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।