लालकुआं/ रेलवे के बाद अब तराई केंद्रीय वन प्रभाग ने लालकुआं नगर में गुरुद्वारा के बाद ट्रांसपोर्ट नगर और वीआईपी गेट कॉलोनी क्षेत्र से सैकड़ो प्रतिष्ठानों के साथ ही घरों को हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी है। जिसके तहत सभी को नोटिस भेज कर 4 अक्टूबर को रुद्रपुर कार्यालय में पहुंचकर अपना पक्ष रखने को कहा गया है। इधर परेशान व्यवसाईयों एवं मोटर मिस्रियों ने क्षेत्रीय विधायक डॉ0 मोहन बिष्ट से मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है।
वही विधायक डॉ0 मोहन बिष्ट के घर पहुंचे दर्जनों की संख्या में लालकुआं क्षेत्र के व्यवसाययों एवं मोटर मिस्रियों ने विधायक से गुहार लगाते हुए कहा कि वह 50 से भी अधिक वर्षों से उक्त क्षेत्र में निवास कर रहे हैं।परंतु वन विभाग द्वारा गत दिवस उनके प्रतिष्ठानों एवं घरों में नोटिस चश्पा करते हुए उन्हें अवैध अतिक्रमणकारी बताकर अभिलंब उक्त स्थान खाली करने तथा अपना पक्ष रखने के लिए आगामी 4 अक्टूबर को तराई केंद्रीय वन विभाग के प्रभागीय कार्यालय में पहुंचने को कहा है।
वही तराई केंद्रीय वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागडी ने कहा कि यदि यथा समय उक्त अतिक्रमणकारियों ने अपना अतिक्रमण स्वयं ध्वस्त नहीं किया तथा इससे पूर्व 4 अक्टूबर को रुद्रपुर उनके कार्यालय में पहुंचकर अपना पक्ष नहीं रखा तो वन विभाग उक्त अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू कर देगा। वही वन विभाग द्वारा नोटिस चस्पा करने से घबराए ट्रांसपोर्टों मोटर मिस्रियों एवं अन्य व्यवसाययों ने विधायक डॉ0 मोहन बिष्ट से अभिलंब मदद की गुहार लगाई। जिसके बाद विधायक डॉ0 मोहन बिष्ट ने दूरभाष पर प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड से दूरभाष में वार्ता करते हुए उक्त अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्यवाही रोकने को कहा और साथ ही उन्हें यह भी बताया कि सरकार द्वारा अब निर्णय लिया गया है कि बिना जांच के कहीं भी अतिक्रमण ध्वस्त करने की कार्यवाही नहीं की जाएगी।
वही विधायक के घर गए उक्त व्यवसाईयों ने क्षेत्रीय विधायक को अपना दर्द सुनाते हुए बताया कि उनके पास रोजी-रोटी चलाने का एकमात्र वही प्रतिष्ठान है जिससे अपने एवं व अपने बच्चों की गुजर-बसर कर रहे हैं। इस पर विधायक डॉ0 मोहन बिष्ट ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह उक्त परिवारों की किसी भी हालत में मदद करेंगे और साथ ही उनके घर एवं प्रतिष्ठान नहीं उजाड़े जाएंगे।