चौखुटिया/ मासी में चल रहे सोमनाथ मेले में मंगलवार को आसपास के मेलार्थियों की काफी भीड़ रही। सवेरे के समय ग्रामीण मेलार्थियों ने भूमिया, सोमनाथेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना कर भगवान से सुख और समृद्धि की कामना की। वही दोपहर बाद सास्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ खरीदारी की।देर शाम तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही।
तीसरे दिन मेले का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश विभाग प्रभारी अनिल शाही व अतिथियों ने किया। अतिथियों ने सांस्कृतिक व ऐतिहासिक मेले को आगे बढ़ाने में मेला समिति को हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
अपने संबोधन में अतिथियों ने कहा आज जहां एक और पाश्चात्य संस्कृति की चका चौध है। वही हमारे मेले हमारी संस्कृति,संस्कारों को संजोए हुए हैं। तथा मेले नयी पीढी को हमारी पहचान, संस्कृति,संस्कारों को सुरक्षित रखने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मेले के तीसरे राजकीय कन्या इण्टर कालेज,बैष्णवी म्यूजिक टीम व लोकगायक प्रकाश काहला सहित विभिन्न स्थानीय कलाकारों ने सुन्दर प्रस्तुतियां दी। म्यूजिकल ग्रुप की टीम ने मां नन्दा देवी जागर,राज राजेश्वरी डोला कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर मेलार्थियों को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। गायक प्रकाश काहला ने कैकी लागी नजर पहाडा, किलै पडी छै सुन–, लाल बोतल शराब तू छै बडी खराबा–,दिल्ली बै ऐरै छोटी भौजी–, शिवजी बसी कैलाशा त्यर डमरू बाजौ डमा डम गाकर खूब तालियां बटोरी। कन्या इण्टर कालेज की बालिकाओं ने अनेकता में एकता, योगा डास सहित लोकगीत, लोकनृत्य की सराहनीय प्रस्तुति दी।डासर आफ गेवाड समयुक्ता की डास प्रस्तुति पर मेलार्थियों ने ठुमके लगाये।
इसके अलावा जय हो कुमाऊं, जय हो गढवाला, जय जय हो मां दुनागिरी की, भगवती राजेश्वरी की,सुवा रे सुवा फरफडी सुवा जा सुवा न्यौत दिया आदि प्रस्तुतियां कलाकारों व स्कूली बच्चों द्वारा दी गई। मेले में दोपहर से ही दूरदराज के क्षेत्रों से ग्रामीणों का पहुंचना शुरू हो गया था। लोगों ने मेले में कपड़े, बर्तन व घर में प्रयोग होने वाले सामानों की खरीदारी भी की । रहे मौजूद
कार्यक्रमों का संचालन प्रधान कनौणी गिरधर बिष्ट व सुभाष बिष्ट ने किया।