देहरादून/ जिस बात की आशंका जताई जा रही थी वह सही साबित हो रही है। आम चुनावों के समाप्त होते ही टेलिकॉम कंपनियों ने मोबाइल टैरिफ में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है। देश में लगातार बढ़ती महंगाई ने आम आदमी की कमर तोड़कर रख दी है। लोकसभा चुनाव समाप्त होते ही हमेशा की तरह एक बार फिर प्रतिदिन इस्तेमाल में आने वाली अलग- अलग चीजों की कीमतों में इजाफा हो रहा है।
पहले टोल टैक्स में बढ़ोतरी फिर दूध के दामों में बढ़ोतरी और अब टेलीकॉम कंपनियों ने भी आपकी जेब खाली करने का मन बना लिया है। गुरुवार को देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने मोबाइल टैरिफ में 12 से 15 फीसदी बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इसके एक दिन बाद भारती एयरटेल ने भी मोबाइल टैरिफ की दरों में 10 से 21 फीसदी इजाफे का एलान कर दिया है। बढ़े हुए टैरिफ तीन जुलाई 2024 से लागू होंगे।
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्ररिलायंस जियो और एयरटेल के बाद अब वोडाफोन-आइडिया ने भी अपने टैरिफ प्लान की कीमतों को बढ़ा दिया है। वीआई ने टैरिफ कीमतें बढ़ाने का ऐलान जियो और एयरटेल द्वारा अपनी टैरिफ दरें बढ़ाने के एक दिन बाद किया है।शुक्रवार को वीआई ने अपने प्रीपेड और पोस्टपेड ग्राहकों के लिए नए प्लान लॉन्च किए। वोडाफोन- आइडिया ने अपने टैरिफ की दरें 20 प्रतिशत तक बढ़ाई हैं। वोडाफोन-आइडिया की नई टैरिफ दरें 4 जुलाई से लागू होंगी। बता दें कि टेलिकॉम कंपनियों ने नवंबर 2021 के बाद पहली बार टैरिफ में बड़ा इजाफा किया है।
इसका मकसद एवरेज रेवेन्यू पर यूजर बढ़ाना है। जानकारों का कहना है कि टेलिकॉम कंपनियों ने 5जी सर्विसेज के लिए भारी निवेश किया है। मसलन जियो और एयरटेल ने 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया है लेकिन अब तक उन्हें इस इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न नहीं मिला है।