चमोली/ ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की गौचर से सिवई तक बनाई जा रही एस्केप टनल का सफलतापूर्वक ब्रेकथ्रू हो गया है। भोपाल स्थित दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड की टीम ने 3 साल 9 महीनों की कड़ी मेहनत के बाद यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। इस मौके पर कंपनी ने सभी कर्मचारियों और इंजीनियरों के योगदान को सराहा और उनके लिए सामूहिक भोज का आयोजन किया।
इस परियोजना के तहत एस्केप टनल के टी 16 पैकेज-09 की खुदाई का कार्य पूरा किया गया जो इस बुनियादी ढांचा परियोजना के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है। 25 दिसंबर को गौचर से सिवई तक की खुदाई पूरी हो गई। यह एस्केप सुरंग 6,322 मीटर लंबी है और इस कार्य में 3 साल 9 महीने का वक्त लगा।
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इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से परियोजना को गति मिलेगी और यह तकनीकी विशेषज्ञता और टीम वर्क का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस परियोजना का क्रियान्वयन मेसर्स एचसीसी-डीबीएल (संयुक्त उद्यम) के तहत किया जा रहा है जिसमें तुमास इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और अल्टीनोक (प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी) की भी महत्वपूर्ण भूमिका है जबकि रेल विकास निगम लिमिटेड नियोक्ता/ग्राहक के रूप में शामिल है। सुरंग की खुदाई के इस सफल समापन के साथ ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक के रेल मार्ग निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम और आगे बढ़ा है।