रामनगर/ जंगल से भटक कर आबादी इलाके में पहुंची मादा बाघिन को आज वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने सकुशल रेस्क्यू कर उसे ऑब्जर्वेशन में रखा है। प्रभागीय वनाधिकारी तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर प्रकाश चंद आर्य ने बताया कि गुरुवार को सुबह 7:30 बजे बन्नाखेड़ा रेंज के अंतर्गत बैल पोखरा गांव में ग्रामीणों ने बाघ के आमद होने की सूचना दी घटना की सूचना मिलने के बाद टीम को बिना वक्त गंवाए बैल पोखरा गांव में भेजा गया।
और घटना की सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई जिसके बाद पश्चिमी वृत्त के डॉक्टर आयुष उनियाल के साथ डॉक्टर पांगती के अलावा जिम कार्बेट नेशनल पार्क से पहुंचे डॉ दुष्यंत की टीम ने 8 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 3 बजे दिन में मादा बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर उसे सुरक्षित बाघ प्राधिकरण के नियमानुसार वन परिसर में लाया गया।
जहां पर डॉक्टरों की टीम ने सघन जांच-पड़ताल कर बाघिन को स्वस्थ पाया। आर्य ने बताया कि बाघ को जंगल में छोड़ने के संबंध में उच्च स्तर पर वार्ता चल रही है और उनके निर्देश प्राप्त होने के बाद मादा बाघ को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा।