बरेली/ रविवार को फरीदपुर में एक हृदयविदारक घटना हुई। जिसमें दम्पत्ति समेत उनके तीन बच्चे जिंदा जलकर कंकाल में तब्दील हो गए। पांच मौते अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई है। जहां परिवार इसको हत्या मान रहा है। वहीं पुलिस की जांच में अभी तक हादसे की बात सामने नहीं आई है। और परिजनों ने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है।
फरीदपुर के फरुखपुर में अजय गुप्ता और उसकी पत्नी अनीता और तीन बच्चे दिव्यांग, दीपिका और दक्ष का कमरे में जला हुआ शव मिला था। पुलिस अधिकारी इसको हादसा मान रहे है। पुलिस का तर्क है कि ब्लोअर चलाने के दौरान कमरे में आग लगने से कमरे में मौजूद पांचों सदस्यों की मौत हो गई। जबकि मृतक के परिजनों का कहना है कि किसी ने कमरे में आग लगाने के बाद बाहर से ताला लगा दिया। साजिश के तहत किसी ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है।
मृतक अजय गुप्ता जहां रहता था उसके आगन में कुछ लोग उनके घरों की सकरी गली होने के कारण वहां अपनी बाइक खड़ी किया करते थे। खड़ी बाइको की टंकी से पेट्रोल गायब था। पेट्रोल की टंकी का पाईप टूटा हुआ था। आखिर बाइको से पेट्रोल किसने निकाला और टंकी से आने वाली पेट्रोल की पाइप कैसे टूटी। इससे बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
जमीन रंजिश में हो सकती है हत्याअजय ने अभी-अभी एक प्लाट खरीदा था। अब वे एक मकान और लेने वाला था। परिवार का आरोप है कि जमीनी रंजिश को लेकर उसके परिवार की हत्या हो सकती है। वहीं बाहर से लगा ताला भी हत्या की ओर इशारा कर रहा है। थाना प्रभारी रामसेवक ने बताया शुरुआती दौर में अभी तक हादसे की बात सामने आ रही है। परिजनों की तरफ से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद उसके हिसाब से जांच की जाएगी।