पिथौरागढ़/ थल बाजार में रात को पालतू पशु छोड़े जा रहे हैं, जिससे पशुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। कस्बे में छोड़े गए पशु निकट के गांव के खेतों में खड़ी फसल को चौपट कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण खासे परेशान हैं। क्षेत्रवासियों ने शासन- प्रशासन से मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों ने बताया कि थल बाजार में रात के अँधेरे में पालतू पशु छोड़े जा रहे हैं, जिससे पशुओं की संख्या बढ़ते जा रही है। बाजार में छोड़े गए पशु चारे की समस्या से भी जूझ रहे हैं, जो कस्बे सटे निकट के खेतों में घुसकर फसल चौपट कर रहे हैं। बाजार से सटे गांव दाफिला, डनौला, डूंगरी और सत्यालगांव के खेतों में घुस कर गेहूं की फसल को चौपट कर दिए जाने से महिलाओं के समक्ष गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। गांव की महिलाएं टोली बनाकर दिन रात अपने खेत की पहरेदारी कर रही हैं।
एक सप्ताह पूर्व भी रात के अँधेरे में इन पशुओं में दो बैल दाफिला गांव के खेतों में घुसकर फसल चौपट करने लगे थे, भनक लगने पर दाफिला गांव की महिलाओं ने रात को खदेड़ते हुए थल बाजार की सीमा से दूर पहुंचाया था। बीते दिवस पशुओं ने सत्यालगांव के खेतों में घुसकर गेहूं की फसल चौपट कर दी, जब महिलाएं खेत में पहुंची तो तब तक ये काफ़ी फसल चट कर चुके थे। जिससे ग्रामीण खासे परेशान हैं। सत्यालगांव की महिलाओं दीपा सत्याल, गोमती सत्याल, आनंदी सत्याल ने सरकार से गांव में खेती कर रहे किसानों के खेतों की सुरक्षा के लिए तारबाड़ लगाने की योजना, पालतू जानवरों को छोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने व इन मवेशियों को गोशाला भेजने की मांग की है।