15 अप्रैल को गैरसैंण में राजधानी मांग को लेकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष देंगे धरना।

न्यूज 13 प्रतिनिधि अल्मोड़ा

अल्मोड़ा/  पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड का यह राज्य ऐतिहासिक आंदोलन के बाद प्राप्त हुआ है। इस राज्य को 25 वर्ष होने जा रहे है। राज्य आंदोलन के दौरान गैरसैण को स्थाई राजधानी के रूप में चुना गया था। श्री कुंजवाल ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि वह राजधानी के संबंध में अपनी सोच 15 अप्रैल तक स्पष्ट करे। अन्यथा, 15 अप्रैल के बाद मै कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, गैरसैण राजधानी समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विशाल धरना प्रदर्शन करूँगा।

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तथा कठोर कदम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने कार्यकाल में आलीशान विधानसभा भवन तथा विधायक आवास, अधिकारी आवास, सड़क, बिजली, पेयजल कई कार्य पूर्ण किये। गैरसैण में हुए निर्माण कार्यों में लगभग 250 करोड़ रूपया खर्च किया गया है। मिनी सचिवालय का निर्माण करने के लिए निर्माण एजेंसी को टोकन मनी अवमुक्त जा चुकी थी, उन्होंने आश्चर्य की बात है इस प्रदेश के बनने के बाद इस प्रदेश में लगभग 15 वर्ष भाजपा की सरकार रही है।
कुंजवाल ने कहा इस प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का में इस बात के लिए धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने भले ही स्थाई राजधानी न बना सकी हो, उस दिशा में आगे बढ़कर ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने का निर्णय अपने कार्यकाल में लिया यद्यपि कांग्रेस ने उसका विरोध करते हुए स्थाई राजधानी बनाने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई थी।

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इस प्रदेश का दुर्भाग्य ये है की ग्रीष्मकालीन राजधानी की विधिवत स्वीकृति देने के बाद भी आज तक भाजपा सरकार का एक कर्मचारी, अधिकारी मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक ग्रीष्मकालीन राजधानी के रूप में वहां बैठ नहीं पाये। कांग्रेस की सोच रही है कि, कम से कम अप्रैल से लेकर जुलाई तक 4 महीने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण से पूरे प्रदेश के काम काज का संचालन हो।

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उन्होंने कहा की प्रदेश की पूरी कांग्रेस पार्टी को बहुत बड़ा दुख व अफसोस है कि पहाड़ के प्रति जो वास्तविक कदम उठाने चाहिए थे, वह भाजपा की ओर से नहीं उठाये गए। विधानसभा के बजट सत्र में पहाड़ियों के लिए जिस भाषा का प्रयोग किया गया, वह भाजपा की इस राज्य के प्रति सोच को प्रलक्षित करता है।

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कुंजवाल ने भाजपा को चेतावनी देते हुए कहा कि वह राजधानी के संबंध में अपनी सोच 15 अप्रैल तक स्पष्ट करे। अन्यथा, 15 अप्रैल के बाद मै कांग्रेस के कार्यकर्ताओं, गैरसैण राजधानी समर्थक नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ विशाल धरना प्रदर्शन करूँगा। तथा कठोर कदम उठाने का भी निर्णय लिया जाएगा।

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