कपकोट, धामी सरकार के बड़े-बड़े वादे हालत जस के तस ग्रामीणों ने 5 किलोमीटर पैदल चलकर डोली के सहारे बीमार महिला को पहुंचाया अस्पताल।

न्यूज 13 प्रतिनिधि कपकोट

बागेश्वर/ धामी सरकार के बड़े बड़े दावों की एक बार फिर पोल खुली है बीथी गांव में सड़क नहीं होने के कारण बीमार महिला को पांच किलोमीटर डोली में लाए ग्रामीण 250 लोगों की आबादी वाला बीथी गांव सड़क और संचार सुविधा से आज भी वंचित है। गांव के लिए निर्माणाधीन दूणी-सुकंडा सड़क गांव से पांच किमी पहले तक ही बन पाई है। लोगों को अब भी पैदल चलकर गांव पहुंचना पड़ता है।

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विकास के दावों के बीच पर्वतीय क्षेत्र के कई गांव आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं। आश्वासनों में तो सड़क बन रही है परन्तु हकीकत में डोली का सहारा लेना पड़ रहा है। कपकोट के बीथी गांव का भी यही हाल है गांव की एक महिला के बीमार पड़ने पर उसे ग्रामीण पांच किमी दूर सड़क तक डोली की मदद से लाए। महिला का सीएचसी कपकोट में इलाज चल रहा है।

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रविवार को गांव की बीना देवी उम्र 45 वर्ष को अचानक पेट में तेज दर्द उठा महिला चलने-फिरने में दिक्कत महसूस कर रही थी जिसके बाद ग्रामीण मोहन सिंह, लक्ष्मण सिंह, किशन सिंह, सुंदर सिंह, रोशन सिंह, गिरीश सिंह, नंदन सिंह उन्हें डोली पर बैठाकर पोथिंग मोटर मार्ग तक लाए। जहां से सात किमी दूर वाहन की मदद से उन्हें सीएचसी कपकोट पहुंचाया गया।

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ग्रामीणों ने बताया सड़क की मांग को लेकर कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन दिए गए। पूर्व विधायक और दर्जा राज्य मंत्री रह चुके शेर सिंह गढ़िया ने लिखित में आश्वासन दिया था। केदारेश्वर मैदान में सभा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी ज्ञापन दिया गया। आश्वासन तो मिल रहे हैं परन्तु सड़क नहीं बन रही है। बीमारों और बुजुर्गों को डोली पर लाने के लिए ग्रामीण मजबूरी है।

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