उत्तराखंड में यहां जंगल में मवेशियों के लिए चारा लेने गई महिला को जंगली जानवर ने उतारा मौत के घाट परिवार में मचा कोहराम।

न्यूज 13 प्रतिनिधि चम्पावत

चम्पावत/ चंपावत जिले से खबर है यहां चारा लेने जंगल की ओर गई बनबसा के सुदूरवर्ती मझगांव निवासी एक महिला को जंगली जानवर ने हमला करके मौत के घाट उतार डाला। सूचना पर पुलिस और वन विभाग टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वन विभाग की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि महिला पर किस जानवर ने हमला किया है। वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच कर रहे है। इधर घटना के बाद गांव में शोक की लहर है वहीं मृतक महिला के परिवार में कोहराम मचा हुआ है।

यह भी पढ़ें 👉 उत्तराखंड के 4000 गांवों की कानून व्यवस्था में होने जा रहा है बडा बदलाव हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सिविल पुलिस की तैनाती तेज।

बुधवार सुबह बनबसा के मझगांव निवासी बिरमा देवी उम्र 50 वर्ष पत्नी उदय चंद पशुओं के लिए चारा लेने अन्य महिलाओं के साथ जंगल गई थीं। सभी महिलाएं कुछ-कुछ दूरी पर चारा काट रही थीं। लगभग 11 बजे साथ गई महिलाओं ने बिरमा देवी के चीखने की आवाज सुनी तो सभी आवाज आने वाली दिशा की ओर शोर मचाते हुए दौड़ीं। महिलाओं ने बिरमा देवी को किसी जंगली जानवर को घसीटते हुए देखकर हो-हल्ला किया। अधिक दूरी होने के कारण महिलाएं स्पष्ट नहीं देख पाई की जानवर कौन सा था। घटनास्थल से लगभग डेढ़ किमी दूर महिला का क्षत-विक्षत शव मिला।

यह भी पढ़ें 👉 इधर धामी सरकार के 3 साल हुए पूरे उधर त्रिवेंद्र रावत ने दिल्ली में चढाई पहाड़ी भोज की कढ़ाई क्या बनाए जा रहे हैं कुछ नए समीकरण।

प्रशासक दीपक प्रकाश चंद की सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कोरंगा ने बताया है कि महिला की जान किस जानवर ने ली है फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा। इधर घटना से मझगांव, देवीपुरा और गुदमी में शोक की लहर के साथ ही ग्रामीणों में दहशत है। जंगली जानवर के हमले में जान गंवाने वाली बिरमा देवी का पति उदय चंद मेहनत मजदूरी करता है। उनकी एक एक ही बेटी है जिसकी शादी हो चुकी है। पूर्वी तराई वन प्रभाग खटीमा की एसडीओ संचिता ने बताया है कि प्रथम दृष्टया महिला की मौत किसी जंगली जानवर के हमले में होने का अंदेशा है।

यह भी पढ़ें 👉 एक बार रॉयल्टी कटवाकर दो चक्कर खनन करने वाले दो ट्रकों को वन विभाग ने किया सीज।

पोस्टमार्टम और जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट कहा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग के नियमों के तहत मृतका के परिजनों को तत्काल राहत राशि और उचित मुआवजा दिलाने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। गांव में दिखाई दे रहा है तेंदुआ वहीं ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र के अलग-अलग गांवों के आसपास कई दिनों से तेंदुआ दिखाई दे रहा है  इससे उनके लिए दिन में भी बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। मझगांव, देवीपुरा, गुदमी, लटाखल्ला, भैंसाझाला, बमनपुरी, चंदनी, फागपुर, सेना छावनी और एनएचपीसी के आसपास आए दिन तेंदुए की गतिविधि देखी जा रही है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गश्त बढ़ाने और तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाने की मांग की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *