उत्तरकाशी/ जिले काआपदा ग्रस्त क्षेत्र आराकोट बंगाण में करोड़ो की लागत से चल रहे निर्माण कार्यो की जमीनी हकीकत कार्यों के गुणवत्ता की पोल खोल रही है।वही दूसरी ओर विभागीय अधिकारियों के चहेते ठेकेदार के साथ दरियादिली या मिलीभगत को भी उजागर कर रही है।
आपदा प्रभावित आराकोट बंगाण क्षेत्र में सरकार ने आपदा से क्षतिग्रस्त हुई परिसम्पत्तियों के निर्माण कार्य लिए वजट जारी किया परन्तु विभागीय अधिकारियों की लापरवाही व ठेकेदार के साथ सांठगांठ के चलते निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी कर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करके सरकारी धन को ठिकाने लगाया जा रहा है और आपदा के जख्मों को भरने के बजाय और गहरा किया जा रहा है जो भविष्य में एक बड़ी आपदा को और भयावह आफत बनने के लिए न्यौता दे रहे है ।
क्षेत्र में सिचाई विभाग के अंतर्गत करोड़ों की लागत से किसानों की कृषि भूमि को पहुंचे भारी नुकसान की भविष्य में आने वाली आपदा से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य करवायें जा रहे हैं। लेकिन आरोप है कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है बताया जा रहा है कि लंबे वक्त से मनमुताबिक तरीके से घटिया गुणवत्ता का काम किया जा रहा है।
इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता संदीप डोभाल का कहना है निम्न गुणवत्ता की शिकायत संज्ञान में आने पर निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर घटिया गुणवत्ता के कार्य को डिसमेंटल किया जा रहा है।आपदा की आड़ में अवैध कमाई का अवसर तलाशने और सरकारी धन को ठिकाने लगाने वाले अनैतिक गठबंधन की पौ बारह हो रही है।अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन इसका संज्ञान लेकर कोई कार्रवाई करता है या चुप्पी साध लेता है।
इस संबंध में अधिशासी अभियन्ता पन्नी लाल का कहना है कि निम्न गुणवत्ता के कार्य किए जाने की शिकायत का संज्ञान लिया जा रहा है और विभागीय जेई व एई द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया जा रहा है यदि घटिया गुणवत्ता का कार्य पाया जाता है तो उसे डिसमेंटल किया जायेगा ।