चम्पावत में 3 युवकों ने चलती गाड़ी में नाबालिग के साथ किया दुष्कर्म, ग्रामीणों ने 30 किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ कर 2 आरोपियों को किया पुलिस के हवाले, एक अभी चल रहा है फरार।
चम्पावत में 3 युवकों ने चलती गाड़ी में नाबालिग के साथ किया दुष्कर्म, ग्रामीणों ने 30 किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ कर 2 आरोपियों को किया पुलिस के हवाले, एक अभी चल रहा है फरार।
चम्पावत/ यहां एक 15 वर्षीय नाबालिग को अपने परिचित युवक पर भरोसा करने की बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ी नाबालिग के साथ 3 युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म। ऐसी शर्मनाक घटना चंपावत जिले में हुई है। यहां एक 15 वर्षीय नाबालिग किशोरी के साथ उसके परिचित युवक ने अपने दो अन्य साथियों के साथ चलते वाहन में सामूहिक दुष्कर्म किया।
इनमें से 2 आरोपितों को ग्रामीणों ने 30 किलोमीटर तक पीछा करके पकड़ने के बाद पुलिस को सोप दिया जबकि एक आरोपि अभी भी फरार है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर तीन लोगों के विरुद्ध नये भारतीय न्याय संहिता कानून एवं पॉक्सो अधिनियम सहित अलग-अलग धाराओं में अभियोग दर्ज कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक चंपावत जिले के अमोड़ी क्षेत्र निवासी पेशे से ट्रक चालक रवीश भट्ट ने 15 वर्षीय नाबालिग पीड़िता को पहले से जानता था। उसने पीड़िता को मिलने के लिये बुलाया। उस पर भरोसा करके नाबालिग आरोपित से मिलने आ गई। जिसके बाद रवीश ने पीड़िता को ट्रक में बिठाया और इस बीच रवीश ने अपने साथियों संजय भट्ट और योगेश थ्वाल मौके से चला गया जबकि पीड़िता को वहीं उतारकर अन्य दो भी ट्रक लेकर चम्पावत की ओर आ गए।
घटना की जानकारी लगने पर ग्रामीणों का दल आरोपितों का पीछा करने रवाना हुआ। ग्रामीणों ने 30 किमी पीछा कर दो आरोपितों-रवीश भट्ट व संजय भट्ट को पकड़ लिया। ग्रामीण दोनों को पीटते-पीटते कोतवाली चंपावत तक ले आए
कोतवाल प्रताप सिंह नेगी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। तीसरे आरोपित योगेश थ्वाल की तलाश की जा रही है। पीड़िता के भाई की तहरीर पर भारतीय न्याय संहिता के नए कानून के तहत जनपद के पहले मामले के रूप में भारतीय न्याय संहिता की धारा 137, 127, 142, 70, 74 के साथ ही पाक्सो अधिनियम के तहत तीनों आरोपितों रवीश भट्ट, संजय भट्ट और योगेश थ्वाल के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी गई है।
रवीश भट्ट व योगेश भट्ट को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे आरोपित योगेश की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। मामले की जांच उप निरीक्षक राधिका भंडारी को सौंपी गई है। दो आरोपियों की मेडिकल जांच भी की गई है।
देर रात तक दबाव बनाता रहा एक पक्ष
इस मामले में किशोरी के परिजन घटना की शाम ही चंपावत कोतवाली पहुंच गए थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक पहुंच रखने वाले कुछ लोग प्राथमिकी दर्ज कराने से रोकते रहे। पुलिस भी पहले इसे केवल अपहरण का मामला बताती रही। बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए देर रात प्राथमिकी दर्ज की गयी।