दिल्ली/ प्रियंका गांधी और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वायनाड में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया, जहां राहुल ने प्रियंका के बचपन की कुछ यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि प्रियंका वही हैं जिन्होंने एक लड़की को गले लगाया था, जो उनके पिता की हत्या में शामिल थी। राहुल ने बताया कि जब प्रियंका ने आरोपी नलिनी से मुलाकात की, तो उन्होंने राहुल से कहा कि उन्हें नलिनी के लिए बुरा लग रहा है। यह उदाहरण राहुल ने यह बताने के लिए पेश किया कि प्रियंका को वही शिक्षा मिली है, जो भारत में नफरत की जगह प्यार की राजनीति करने की आवश्यकता को दर्शाता है। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा कि आज देश का प्रमुख संघर्ष संविधान की रक्षा और संरक्षण करना है।
उन्होंने कहा कि संविधान नफरत से नहीं, बल्कि विनम्रता और प्रेम से लिखा गया है। राहुल ने कहा, “आज देश में जो मुख्य लड़ाई चल रही है, वह हमारे संविधान की लड़ाई है। हमें जो सुरक्षा और महानता मिलती है, वह सब संविधान से ही है।” उन्होंने कहा कि संविधान गुस्से या नफरत से नहीं लिखा गया, बल्कि उन लोगों द्वारा लिखा गया था जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया, जिन्होंने कष्ट झेले और जिन्होंने वर्षों जेल में बिताए। राहुल ने यह भी कहा कि यह प्यार और नफरत, आत्मविश्वास और असुरक्षा के बीच की लड़ाई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि वे इस लड़ाई को जीतना चाहते हैं, तो उन्हें अपने दिल से क्रोध और नफरत को हटाकर प्यार, विनम्रता और करुणा को अपनाना होगा। इस बीच, प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल अपने बड़े व्यापारिक मित्रों के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी की सरकार ने अपने व्यापारिक सहयोगियों के लिए सभी नीतियाँ बनाई हैं।